नंधौर खनन के लिए नए वाहनों के रजिस्‍टेशन में फर्जीवाड़ा, वाहन एक और उसके मालिक पांच

नंधौर में नए रजिस्ट्रेशन को लेकर ऑनलाइन लॉटरी निकालने से पहले फर्जीवाड़े के मामले सामने आ रहे हैं। वन निगम ने आवेदन फार्म भरवाते समय वाहन स्वामियों से गाड़ी के कागज भी मांगे थे।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 24 Apr 2019 12:17 PM (IST) Updated:Wed, 24 Apr 2019 12:17 PM (IST)
नंधौर खनन के लिए नए वाहनों के रजिस्‍टेशन में फर्जीवाड़ा, वाहन एक और उसके मालिक पांच
नंधौर खनन के लिए नए वाहनों के रजिस्‍टेशन में फर्जीवाड़ा, वाहन एक और उसके मालिक पांच

हल्द्वानी, जेएनएन : नंधौर में नए रजिस्ट्रेशन को लेकर ऑनलाइन लॉटरी निकालने से पहले फर्जीवाड़े के मामले सामने आ रहे हैं। वन निगम ने आवेदन फार्म भरवाते समय वाहन स्वामियों से गाड़ी के कागज भी मांगे थे। शुरुआती जांच में पता चला कि एक वाहन पांच लोगों के नाम पर दर्ज है। इसके अलावा एक ही व्यक्ति ने पांच अलग-अलग वाहनों की आरसी लगाकर आवेदन फार्म जमा किया है। जबकि नियमानुसार एक नाम पर बस एक ही आवेदन किया जा सकता है। वहीं, वन निगम दावा कर रहा है कि किसी भी गलत गाड़ी का रजिस्टे्रशन नहीं होगा।

नंधौर को दो साल पहले दस साल की खनन लीज मिली थी। यहां खनन वाहनों की किल्लत को देखते हुए नैनीताल जनपद में पडऩे वाले चार निकासी गेटों का सर्वे किया गया। जिसके बाद खनन समिति ने 186 नए वाहनों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू की। कुल 2141 लोगों ने इसके लिए आवेदन किया है। 27 अप्रैल को रामपुर रोड स्थित चीड़ डिपो में प्रशासन की मौजूदगी में लॉटरी निकलेगी। आवेदन करने वाले वाहन स्वामी से पांच सौ रुपये शुल्क व गाड़ी के कागजों की प्रतिलिपि जमा करवाई गई है। वन निगम के मुताबिक कागज चेक करते समय पता चला है कि एक गाड़ी पांच लोगों के नाम पर दर्ज है। साथ ही एक व्यक्ति ने एक से ज्यादा आवेदन भी कर डाले। वहीं, सूत्रों की मानें तो सभी कागजों की बारीकी से जांच करने पर ओर गड़बड़ी निकल सकती है। विस्तृत जांच के लिए वन निगम को परिवहन विभाग की मदद लेनी होगी।

फोटो स्टेट में किया कमाल

गाड़ी के  रजिस्ट्रेशन की फोटो कॉपी करने के बाद उसमें पांच अलग-अलग नाम दर्ज किए गए हैं। पूरा खेल फोटो कॉपी करने के बाद किया गया है। दरअसल, पांच में से किसी भी व्यक्ति का नाम ऑनलाइन लॉटरी में निकलने पर गाड़ी रजिस्टर्ड हो जाती। हालांकि वन निगम की शुरुआती जांच में मामला पकड़ में आ गया।

उकरौली गेट के रजिस्ट्रेशन विवाद में रहे

ऑनलाइन लॉटरी प्रक्रिया सबसे पहले उकरौली खनन गेट पर छह सौ वाहनों का रजिस्ट्रेशन करने में इस्तेमाल की गई। लॉटरी में नंबर आने के बावजूद कई वाहन स्वामी गाड़ी के दस्तावेज सत्यापित कर नहीं लाए। क्योंकि परिवहन विभाग के ऑफिस पहुंचने पर मामला खुल जाता। लिहाजा, उकरौली में वाहनों की संख्या पूरी नहीं हो सकी।

सुनिए क्‍या कहते हैं डीएलएम 

प्रेम सिंह बोरा, डीएलएम नंधौर ने बताया कि रजिस्ट्रेशन को लेकर कोई गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी। मानक के विपरीत आए आवेदन निरस्त होंगे। हर गाड़ी का सत्यापन होगा। 27 को होने वाली ऑनलाइन लॉटरी प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ संपन्न करवाई जाएगी।

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