भारी बारिश से बागेश्वर में टूटे चार लोगों के मकान, पांच ग्रामीण सड़कों पर अभी भी आवागमन ठप

सड़कें बंद होने से लगभग बीस हजार लोग प्रभावित हो रहे हैं। उधर अतिवृष्टि के कारण कपकोट के बैड़ा-मझेड़ा गांव में एक दोबाड़ में एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। गरुड़ के पचना गांव में रमा देवी का गोशाला के ऊपर भूस्खलन हो गया है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 05:14 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 05:14 PM (IST)
भारी बारिश से बागेश्वर में टूटे चार लोगों के मकान, पांच ग्रामीण सड़कों पर अभी भी आवागमन ठप
बारिश के कारण अन्य मकानों को भी खतरा बना हुआ है। नुकसान की भरपाई की मांग की है।

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: अतिवृष्टि से जहां चार परिवार बेघर हुए हैं। वहीं दो पेयजल योजनाएं भी चार दिन बाद सुचारू नहीं हो सकी हैं। पांच ग्रामीण सड़कों पर भारी मात्रा में मलबा आया है। वह कब खुलेंगी अभी प्रशासन के पास जवाब नहीं है। हालांकि धूप निखरने के बाद मरममत और सड़कों को खोलने का काम युद्धस्तर से शुरू हो गया है।

बीते 18 और 19 अक्टूबर को जिले में बारिश ने अब तक के सारे रिकार्ड तोड़ दिए। जिसके कारण कठपुड़ियाछीना-सेराघाट, कपकोट-पोलिंग, कमेड़ीदेवी-भैसुड़ी, जैसर-रियूनीलखमार, कंधार-रौल्याना आदि ग्रामीण सड़कें बंद हैं। सड़कें बंद होने से लगभग बीस हजार लोग प्रभावित हो रहे हैं। उधर, अतिवृष्टि के कारण कपकोट के बैड़ा-मझेड़ा गांव में एक, दोबाड़ में एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया है। गरुड़ के पचना गांव में रमा देवी का गोशाला के ऊपर भूस्खलन हो गया है। जिससे उनकी गाय, बछड़ा आदि मलबे में दब गए हैं। 

मंडलसेरा वार्ड में बारिश ने तबाही मचाई है। गुगली देवी के खेत और आंगन की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई है। बानरी निवासी कुंदन राम के शौचालय की दीवार ध्वस्त हो गई है। धराणी निवासी दयाल राम के आंगन की दीवार अतिवृष्टि की भेंट चढ़ गई हैं। इसके अलावा अशोक थापा के मकान के पीछे दीवार ढह गई है। जिससे मकान को खतरा बना हुआ है। गोपाल थापा के घर का आंगन क्षतिग्रस्त हो गया है और मकान पर खतरा मंडराने लगा है। स्थानीय निवासी रमेश राम के खेत की दीवार ध्वस्त हो गई है। सभासद कैलाश चंद्र आर्य ने बताया कि बारिश के कारण अन्य मकानों को भी खतरा बना हुआ है। उन्होंने आपदा निधि से नुकसान की भरपाई की मांग की है। 

उधर, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की स्मृति में बनी पालड़ीछीना जैन-करास, कंगाड़छीना मोटर मार्ग में जगह-जगह भूस्खलन हुआ है। जिससे के कारण वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पुत्र फते सिंह करायत ने सड़क को तत्काल खोलने की मांग की है। 

इधर, जजी पेयजल योजना और अमसरकोट पेयजल योजना ठप हो गई है। जिससे लगभग पांच हजार लोग प्रभावित हो गए हैं। जखेड़ा पेयजल योजना से भी पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही है। जिसके कारण दांगण, कठायतबाड़ा समेत आधे शहर में पेयजल व्यवस्था चरमरा गई है। हालांकि जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता चंदन देवड़ी ने बताया कि योजनाओं की मरममत का काम शुरू कर दिया गया है। शहर में पेयजल की आपूर्ति सुचारू करने की पूरी कोशिश की जा रही है।

chat bot
आपका साथी