राजस्थान और यूपी से ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार

लालकुआं पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के दो मामलों में राजस्थान व यूपी से चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पहले मामले में पूर्व सैनिक बनकर ओएलएक्स पर गाड़ी बेचने के नाम पर करीब एक लाख व दूसरे मामले में रिश्तेदार बनकर 83 हजार रुपए की ठगी की गई थी।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 09:00 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 09:00 AM (IST)
राजस्थान और यूपी से ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार
राजस्थान और यूपी से ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार

लालकुआं, संवाद सूत्र : लालकुआं कोतवाली पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के दो मामलों का खुलासा करते हुए राजस्थान व यूपी से चार आरोपितों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पहले मामले में आरोपित द्वारा पूर्व सैनिक बनकर ओएलएक्स पर गाड़ी बेचने के नाम पर करीब एक लाख रुपए व दूसरे मामले में रिश्तेदार बनकर पैसे डालने के बहाने 83 हजार रुपए की ठगी की गई थी।

बुधवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रीती प्रियदर्शनी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 17 फरवरी 2021 को सेंचुरी पेपर मिल की स्टाफ कालोनी में रहने वाले विकास अग्रवाल से अपने को पूर्व सैनिक बताने वाले व्यक्ति ने ओएलएक्स में आल्टो कार को 25 हजार रुपए में बेचने का विज्ञापन देकर एक लाख तीन हजार रुपए ठग लिए थे। जबकि दूसरे मामले में नौ अप्रेल को पदमपुर देवलिया मोटाहल्दू में कैंटीन का काम करने वाले गौरव सिंह से अंजान व्यक्ति द्वारा रिश्तेदार बनकर 83 हजार रुपए की ठगी की गई।

दोनों मामलों में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद कोतवाल संजय कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने आरोपितों की तलाश शुरू की थी। जिसके बाद पुलिस ने भरतपुर राजस्थान व मथुरा यूपी से आरोपित मिजाज खान पुत्र रसीद खान, इमरान खान पुत्र रहीस खान व कामरान पुत्र ईसब निवासी भरतपुर राजस्थान, हैदल अली पुत्र फारुख निवासी मथुरा यूपी को गिरफ्तार किया गया। उनके पास से सात सिम भी बरामद किए गए। पुलिस ने सभी आरोपितों को जेल भेज दिया है।

इस तरह की गई ठगी

आरापितों द्वारा ओएलएक्स में नौ फरवरी 2021 को मदन लाल नाम के व्यक्ति की अल्टो कार बेचने का विज्ञापन देखा। जिसके बाद उन्होने ओएलएक्स से कार के कागजात व कार की फोटो डाउनलोड कर अपना मोबाइल नंबर जारी कर ओएलएक्स में 25 हजार रुपए में बेचने का विज्ञापन डाल दिया। जिसके देखकर सेंचुरी पेपर मिल की स्टाफ कालोनी निवासी विकास नाम के आदमी द्वारा विज्ञापन में दिए गए नंबर में सम्पर्क किया गया तो आरोपित ने आर्मी अफसर बनकर उससे धोखाधड़ी कर कई किश्तों में एक लाख तीन हजार रुपये ठग लिए।

और 83 हजार रुपए ठग लिए

दूसरे प्रकरण में पदमपुर देवलिया मोटाहल्दू में कैंटीन संचालक गौरव सिंह के फोन पर अज्ञात नंबर से फोन आया। और उसे अपना रिश्तेदार बताते हुए कहा कि वह उसके खाते में 15 हजार रुपए डाल रहा है। जब जरूरत होगी तो वापस ले लूंगा। उसने पैसे डालने के बजाय गौरव से कई किश्तों में 83 हजार रुपए की ठगी कर ली। पुलिस द्वारा सभी आरोपितों द्वारा इस्तेमाल किए गए खातों की छानबीन की जा रही है। जिनमें करोड़ों का लेन देन होना पाया गया है। इसके अलावा आरोपितों के खिलाफ राजस्थान में भी कई मुकदमें दर्ज है।

तीन आरोपित वांछित

पुलिस द्वारा आरोपितों को फर्जी सिम, बैंक खाते व पेटीएम नंबर दिलाने वाले आरोपित सबसुख पुत्र रुद्दार उर्फ रुजदार के साथ ही साहून खान पुत्र जहुर निवासी भरतपुर राजस्थान व राहुल पुत्र मजला निवासी ग्राम मथुरा उत्तर प्रदेश को भी वांछित घोषित किया गया। अभियुक्त मिजाज व इमरान द्वारा अपने साथी साहून व रंजीत के साथ मिलकर चार जनवरी 2021 को स्कूटी बेचने के नाम पर 46 हजार रुपए की धोखाधड़ी की गयी थी। जिसमें रंजीत को कोतवाली हल्द्वानी द्वारा पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

पुलिस टीम

साइबर ठगों की गिरफ्तारी में पुलिस टीम में कोतवाल संजय कुमार, उपनिरीक्षक कमित जोशी, प्रकाश पोखरियाल, कांस्टेबिल पवन कुमार, आनन्द पुरी, दीपक अरोरा, एसओजी के सिपाही जितेन्द्र कुमार, वीरेन्द्र चौहान, कुंदन कठायत, अनिल गिरी, किशन चन्द्र शर्मा आदि पुलिस कर्मी शामिल थे।

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