बागेश्वर में अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में चार घायल, एक रेफर
मंडलसेरा निवासी जीवन गिरी 35 स्कूटी से बाजार की तरफ आ रहा था। स्कूटी को पीछे से अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी।दूसरी सड़क दुर्घटना में 24 वर्षीय सूरज 24 वर्ष कुंदन राम उमेश राम 28 वर्ष को अज्ञात वाहन ने पीछे से टक्कर मार दी।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : नगर क्षेत्र में हुई अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में चार घायल हो गए हैं। जिला अस्पताल से एक घायल को गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर कर दिया है। जिसमें एक बच्चा भी शामिल है। वह पिता की स्कूटी में पीछे बैठा हुआ था। जबकि एक घायल को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
मंगलवार की सुबह मंडलसेरा निवासी जीवन गिरी 35 वर्ष पुत्र प्रेम गिरी स्कूटी से बाजार की तरफ आ रहा था। उसके पीछे छह वर्ष का उसका बेटा अंशुमान गोस्वामी बैठा हुआ था। बताया जा रहा है कि स्कूटी को पीछे से अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। अनियंत्रित होकर स्कूटी गिर गई और वाहन की चपेट में आने से पीछे बैठे बेटे का हाथ पर टायर चढ़ गया। जिसमें पिता के सिर पर गंभीर चोट है। स्थानीय लोगों ने दोनों को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया। डा. गिरीजा शंकर जोशी और डा. आशा ने बताया कि जीवन के सिर में गंभीर चोट है। उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया है। जबकि अंशुमान के हाथ बुरी तरह कुचल गया है। उसका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है।
वहीं, दूसरी सड़क दुर्घटना में 24 वर्षीय सूरज 24 वर्ष कुंदन राम, उमेश राम 28 वर्ष पुत्र दरवान राम निवासी सरकोट, नंदकेशरी जिला चमोली को अज्ञात वाहन ने पीछे से टक्कर मार दी। दोनों घायलों को स्थानीय लोगों ने जिला अस्पताल में भर्ती किया। डाक्टरों के अनुसार दोनों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। इधर, कोतवाल डीआर वर्मा ने बताया कि जिला अस्पताल से मिली सूचना के बाद पुलिस जांच में जुट गई है।
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पेयजल निगम का एकीकरण करने को दिया धरना
बागेश्वर : पेयजल निगम का राजकीयकरण करने की मांग को लेकर अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि वह अपनी न्यायोजित मांगों को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है। यदि जल्द मांग पूरी नहीं हुई तो 28 से कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया जाएगा।
समिति से जुड़े लोग मंगलवार को भी पेजयल निगम कार्यालय में पहुंचे। यहां नारेबाजी के साथ धरने पर बैठ गए। कहा कि उत्तराखंड पेयजल निगम व जल संस्थान राजकीयकरण व एकीकरण होने से सबसे अधिक लाभ प्रदेश की जनता को होगा। सरकार के खर्च में कमी आएगी। छोटे राज्य को इसका लाभ मिलेगा। वह अपनी मांगों को लेकर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन कर रहे हैं, इसके बाद भी सरकार उनकी मांगों को मानने को तैयार नहीं है। यदि मांग पूरी नहीं हुई तो 28 से अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा। धरना प्रर्दशन में संयोजक बीएस रौतेला, सह संयोजक पूरन चंद्र पांडे, उदय शंकर राणा, कैलाश राणा, लीलाधर अंडोला, भुवन चंद्र लोहनी, चंदन सिंह, नरेंद्र सिंह धामी, मनोज खड़का, शंकर लाल साह, भाष्करानंद उपाध्याय, कमला देवी, चंद्रा देवी आदि मौजूद थे।