आदमखोर के दहशत ने निजात दिलाने व मुआवजा को लेकर नाराज पूर्व विधायक धरने पर बैठे
आदमखोर तेंदुआ को अब तक नहीं पकड़े जाने और हमले में मारे गए परिजनों को मुआवजा देने में देरी से नाराज पूर्व विधायक मयूख महर मंगलवार को वन विभाग परिसर में अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि मांगें पूरी होने तक धरना जारी रहेगा।
पिथौरागढ़, जेएनएन : आदमखोर तेंदुआ को अब तक नहीं पकड़े जाने और हमले में मारे गए परिजनों को मुआवजा देने में देरी से नाराज पूर्व विधायक मयूख महर मंगलवार को वन विभाग परिसर में अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि वन विभाग क्षेत्रवासियों की मांगों पर जब तक ठोस पहल नहीं करता तब तक धरना जारी रहेगा।
वन विभाग परिसर में पहुंचे कांग्रेसियों ने वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद परिसर में धरना शुरू हुआ। धरने पर बैठे पूर्व विधायक मयूख महर ने कहा कि 20 सितंबर को सुकौली में गुलदार के हमले में मारे गए युवक के परिजनों को अब तक मुआवजा नहीं मिला है। धारापानी क्षेत्र में गुलदार के हमले में घायल ललित जोशी के परिजनों को नाममात्र का मुआवजा दिया गया है।
छाना पांडेय में बालिका और पपदेव गांव मेें महिला को गुलदार ने मार डाला। पीडि़त परिवारों की मांगों पर भी वन विभाग ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। गुलदार की दहशत से जिला मुख्यालय से लगे गांवों के ग्रामीणों की दिनचर्या बाधित हो गई है। लोग कृषि कार्य के लिए भी घरों से नहीं निकल पा रहे हैं। वन विभाग पिंजरा लगाने की औपचारिकता पूरी कर रहा है। गुलदार आए दिन लोगों पर हमले कर रहा है।
पूर्व विधायक महर ने कहा कि लोगों को मुआवजा देने और गुलदार के आतंक से निजात दिलाने के लिए जल्द ठोस पहल नहीं होती है तो वे आमरण अनशन पर बैठने को बाध्य होंगे। पूर्व विधायक के साथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष त्रिलोक महर, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष ऋषेंद्र महर, जीवन वल्दिया, संतोष गोस्वामी, मुकेश पंत, मनोज ओझा, पुष्कर सिंह, कुंडल सिंह, जावेद खान, सभासद पवन माहरा, खीमराज जोशी, शुभम बिष्ट सहित तमाम कांग्रेसियों ने धरना दिया।