पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल ने कहा, ऊंट के मुंह में जीरा है आपदा राहत राशि

पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल ने चम्पावत विधानसभा क्षेत्र के दूरस्थ क्षेत्रों में जाकर अतिवृष्टि से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावितों को दी जा रही राहत राशि काफी कम है। जितनी सहायता दी जा रही है लोगों को उससे चार गुना अधिक नुकसान हुआ है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 01:41 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 01:41 PM (IST)
पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल ने कहा, ऊंट के मुंह में जीरा है आपदा राहत राशि
पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल ने कहा, ऊंट के मुंह में जीरा है आपदा राहत राशि

चम्पावत, जागरण संवाददाता : पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल ने चम्पावत विधानसभा क्षेत्र के दूरस्थ क्षेत्रों में जाकर अतिवृष्टि से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावितों को दी जा रही राहत राशि काफी कम है। जितनी सहायता दी जा रही है लोगों को उससे चार गुना अधिक नुकसान हुआ है। उन्होंने सरकार से आपदा राहत के मानकों में बदलाव करने की भी मांग की।

पूर्व विधायक इन दिनों आपदा प्रभावित क्षेत्रों में हैं। गुरुवार को उन्होंने खर्ककार्की, चैकुनीबोरा के अलावा चाराल के कई गांवों का भ्रमण किया। उन्होंने आपदा से प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। कई लोगों ने अब तक राहत राशि न मिलने की शिकायत की। पूर्व विधायक ने बताया कि बीते दिनों हुई बारिश से चाराल क्षेत्र में काफी नुकसान पहुंचा है। कई लोगों के घर गिरने की कगार पर आ गए हैं। साथ ही खेत, रास्ते और सुरक्षा दीवारें ध्वस्त हो गई हैं।

उन्होंने शासन प्रशासन द्वारा प्रभावित लोगों को कम धनराशि दिए जाने पर नाराजगी जताते हुए मुआवजा बढ़ाने की मांग की। कहा कि चम्पावत विधानसभा के दूरस्थ क्षेत्रों में सैकड़ों मकान अभी भी खतरे की जद में हैं। कभी भी यहां भारी नुकसान हो सकता है। उन्होंने प्रशासन से उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर इन क्षेत्रों में हुए नुकसान की भरपाई करने की की मांग की है। कहा है कि क्षतिग्रस्त हुए मकान और मार्गों का निर्माण आपदा मद के साथ मनरेगा से भी होने चाहिए। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी जरूरतमंदों की सहायता के लिए आगे आने का आह्वान किया।

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