आपदा प्रभावितों को राहत पहुंचाने में सरकार नाकाम : पूर्व सीएम रावत
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ कलक्ट्रेट में आज डीएम रंजना राजगुरु को सीएम को संबोधित ज्ञापन देकर कहा कि वर्ष 2015 के शासनादेश के आधार पर आपदा प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग की। वर्तमान में जो आर्थिक मदद दी जा रही है वह कम है।
रुद्रपुर, जागरण संवाददाता : पूर्व सीएम हरीश रावत ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ कलक्ट्रेट में आज डीएम रंजना राजगुरु को सीएम को संबोधित ज्ञापन देकर कहा कि वर्ष, 2015 के शासनादेश के आधार पर आपदा प्रभावितों को मुआवजा देने की मांग की। वर्तमान में जो आर्थिक मदद दी जा रही है, वह कम है।
पूर्व सीएम रावत ने कहा कि पिछले दिनों जिले में भारी दैवीय आपदा व जल प्रलय से भारी क्षति हुई। कई बस्तियों, कालोनियों और ग्रामीण क्षेत्रों में कई मकान ध्वस्त हो गए हैं।काफी जानमाल का नुकसान हुआ है।लोगों के पास पहनने के कपड़े व खाने को भोजन नहीं है। उन गरीब बेसहारा लोगों को तत्काल 10 हजार रुपये प्रति परिवार आर्थिक सहायता देने और नुकसान का आकलन कर मुआवजा दिया जाए।जिनकी जान गई है,उनके आश्रितों को कम से कम 10 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए। कहा कि फसल को काफी नुकसान हुआ है जिसका सर्वे कराकर 50 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जाए।
व्यापारियों का काफी नुकसान हुआ है।जिससे व्यापारियों की कमर टूट गयी है।जिन व्यापारियों ने बैंकों से ऋण लिया है, उनका ब्याज माफ किया जाए। उद्योगपतियों व राइस मिलरों को सहायता दिया जाए और ब्याज माफ किया जाए। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि आपदा प्रभावितों को राहत पहुंचाने में प्रदेश सरकार नाकाम है।आपदा से पहले लोगों को सचेत किया जाना चाहिए था, मगर सरकार ऐसा नहीं कर सकी। जिससे आपदा से काफी लोग प्रभावित हुए हैं। सर्वे होता रहेगा, पहले प्रभावित लोगों को आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए। जिससे उन्हें खाने की दिक्कत न हो।
इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने आपदा प्रभावितों की मदद के लिए महानगर कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश तनेजा को 50 हजार रुपये का चेक दिया। ज्ञापन देने वालों में पूर्व कैबिनेट मंत्री तिलकराज बेहड़, पूर्व पालिका अध्यक्ष मीना शर्मा, हिमांशु गाबा, परिमल राय, सुशील गाबा आदि शामिल थे।