जमरानी से पानी लाने के लिए फॉरेस्ट लैंड ट्रांसफर की होगी जरूरत, सिंचाई और जल निगम करेंगे आवेदन

प्रस्तावित जमरानी बांध से शहर तक पानी लाने के लिए जल निगम को कई जगहों पर फॉरेस्ट लैंड ट्रांसफर की जरूरत पड़ रही है। वन विभाग की प्रक्रिया लंबी होने के साथ जटिल भी होती है। हालांकि सिंचाई विभाग भी पूर्व में सर्वे कर आवेदन की कोशिशों में जुटा था।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 11:54 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 11:54 AM (IST)
जमरानी से पानी लाने के लिए फॉरेस्ट लैंड ट्रांसफर की होगी जरूरत, सिंचाई और जल निगम करेंगे आवेदन
जमरानी से पानी लाने के लिए फॉरेस्ट लैंड ट्रांसफर की होगी जरूरत, सिंचाई और जल निगम करेंगे आवेदन

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : प्रस्तावित जमरानी बांध से शहर तक पानी लाने के लिए जल निगम को कई जगहों पर फॉरेस्ट लैंड ट्रांसफर की जरूरत पड़ रही है। वन विभाग की प्रक्रिया लंबी होने के साथ जटिल भी होती है। हालांकि, सिंचाई विभाग भी पूर्व में सर्वे कर आवेदन की कोशिशों में जुटा था।

अब हाल में हुई शासन स्तर की बैठक में कहा गया कि जल निगम और सिंचाई विभाग में से एक महकमा ही फॉरेस्ट लैंड ट्रांसफर को लेकर आवेदन करेगा। संभावना है कि जल निगम के माध्यम से इस प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। क्योंकि, पानी सप्लाई का पूरा सिस्टम उसे ही तैयार करना है। निगम के अफसर भी पूर्व में सर्वे कर चुके हैं।

जमरानी बांध से लाइनों के माध्यम से पानी को पहले दमुवाढूंगा तक लाया जाएगा। यहां वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा। जिसके माध्यम से पानी को साफ कर शहर में आपूर्ति की जाएगी। दमुवाढूंगा में जिस जगह पर प्लांट बनना है वह वनभूमि है। इसके अलावा जमरानी से हल्द्वानी तक कई जगहों पर पानी की लाइन को फॉरेस्ट लैंड से होकर गुजरना पड़ेगा। निजी जमीन की जरूरत इसके मुकाबले कम है।

वहीं, फॉरेस्ट लैंड पाने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना पड़ता है। यह प्रक्रिया निचले स्तर से नोडल तक पहुंचेगी। उसके बाद भारत सरकार को आवेदन पहुंचेगा। लंबे समय से इस बात को लेकर असमंजस था कि सिंचाई और जल निगम में कौन सा विभाग जमीन के लिए आवेदन करेगा। इसलिए सिंचाई विभाग से भी जवाब मांगा गया है कि उसका प्रस्ताव कहां तक पहुंचा। पूरी संभावना है कि जल निगम ही अब प्रक्रिया को पूरा करेगा।

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