रानीबाग में दहशत का पर्याय बने तेंदुए की दलाश में पांच दिनों से अन महकमा

रानीबाग ग्राम पंचायत के सोनकोट गांव में पिछले पांच दिनों से रोजाना वन विभाग की टीम गश्त के लिए पहुंच रही है। गांव में घरों के पास गुलदार दिखने कर वजह से ग्रामीण दहशत में है। इसलिए छह लोगों की टीम रात में गश्त को पहुंच रही है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 08 Jun 2021 12:11 PM (IST) Updated:Tue, 08 Jun 2021 12:11 PM (IST)
रानीबाग में दहशत का पर्याय बने तेंदुए की दलाश में पांच दिनों से अन महकमा
रानीबाग में दहशत का पर्याय बने तेंदुए की दलाश में पांच दिनों से अन महकमा

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : रानीबाग ग्राम पंचायत के सोनकोट गांव में पिछले पांच दिनों से रोजाना वन विभाग की टीम गश्त के लिए पहुंच रही है। गांव में घरों के पास गुलदार दिखने कर वजह से ग्रामीण दहशत में है। इसलिए छह लोगों की टीम रात में गश्त को पहुंच रही है। एक साल पूर्व इस ग्राम पंचायत मे दो महिलाओं को गुलदार ने मौत के घाट उतार दिया था। जिस वजह से भी वन विभाग खासा अलर्ट है।

रानीबाग ग्राम पंचायत में पिछले साल जून में घास की तलाश में निकली दो महिलाओं पर गुलदार ने हमला बोल मार डाला था। जिसके बाद गुलदार को आदमखोर घोषित कर गोली भी मारी गई। लेकिन घायल गुलदार का आज तक कुछ पता नहीं चला। वहीं, गुरुवार की शाम से गांव में फिर से गुलदार नजर आने लगा। जिसके बाद वन विभाग को मामले की सूचना दी गई। डिप्टी रेंजर किशोर गोस्वामी ने बताया कि छह सदस्यीय टीम रोज गांव पहुंच रही है। गुलादार को लेकर गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने क्षेत्र में पिेजरा लगाने की मांग की है।

हाथियों का आतंक छूटा

हल्द्वानी से सटे गांवों में अब हाथियों का आतंक न के बराबर है। जिस वजह से गौलापार, लामाचौड़, रामपुर रोड व बरेली रोड के कृषि पट्टी वाले क्षेत्रों के लोग सुकून में है। फरवरी तक हाथियों के झुंड ने लोगों को खासा परेशान किया था। फसल को नुकसान पहुंचाने के साथ हाथी आक्रामक भी होने लगे। फिलहाल छुट-मुट मामलों को छोड़ हाथियों की एंट्री नहीं नजर आ रही।

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