लगातार दूसरे साल पूजा सामग्री कारोबार चौपट, शादी-ब्याह व पूजा सामग्री बेचने पर पाबंदी से कारोबारी परेशान

लगातार दूसरे साल पूजा सामग्री कारोबार चौपट पड़ा है। कोरोना कफ्र्यू में छूट के दौरान भी दुकानें नहीं खोलने देने से कारोबारियों में आक्रोश है। कारोबार ठप होने से व्यापारियों को रोजी-रोटी का संकट भी खड़ा होने लगा है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 05:45 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 05:45 PM (IST)
लगातार दूसरे साल पूजा सामग्री कारोबार चौपट, शादी-ब्याह व पूजा सामग्री बेचने पर पाबंदी से कारोबारी परेशान
सहालग से ठीक पहले कोरोना संक्रमण की वजह से प्रशासन ने कफ्र्यू लगाने के साथ ही सख्ती शुरू कर दी।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : सहालग के सीजन के बावजूद लगातार दूसरे साल पूजा सामग्री कारोबार चौपट पड़ा है। कोरोना कफ्र्यू में छूट के दौरान भी दुकानें नहीं खोलने देने से कारोबारियों में आक्रोश है। कारोबार ठप होने से व्यापारियों को रोजी-रोटी का संकट भी खड़ा होने लगा है। वहीं कारोबारियों ने कोरोना कफ्र्यू के दौरान उन्हें भी दुकानें खोलने की छूट देने की मांग की है।

शहर के मुख्य बाजार में 20 से 25 शादी-ब्याह सामग्री की दुकानें हैं। कारोबारियों के मुताबिक शादी, जनूऊ, गृह प्रवेश के लिए पूजन सामग्री, मुकुट, चौकी, आसन, जयमाला, सूपे व दुल्हे की पगड़ी आदि सामान की खरीदारी होती है। एक ग्राहक 15 से 20 हजार रुपये की खरीदारी करता था। पिछले साल मार्च में कोरोना कफ्र्यू लगने से शादी-ब्याह पर रोक लगा दी गयी थी। जिस कारण काफी समय तक कारोबार ठप रहा। अनलाक शुरू होने के बाद भी विवाह आदि समारोह में शामिल होने वालों की संख्या सीमित होने से लोगों ने काफी कम खरीदारी की। इस साल के सहालग सीजन पर कारोबारियों की काफी उम्मीद टिकी थी। लेकिन सहालग से ठीक पहले कोरोना संक्रमण की वजह से प्रशासन ने कफ्र्यू लगाने के साथ ही सख्ती शुरू कर दी। इससे कारोबार ठप हो गया है।

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पिछले साल के बाद इस साल भी कोरोना संक्रमण की मार शादी-ब्याह व पूजन सामग्री का कारोबार ठप है। पुलिस दाह संस्कार के लिए भी सामग्री नहीं बेचने दे रहा है। ऐसे में कारोबारियों में गहरा आक्रोश है।

- नवल देवल, कारोबारी

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पूजन सामग्री के कारोबारियों की आस त्योहारों और शादी-ब्याह के सीजन पर टिकी रहती है। इसी से वह पूरे साल का खर्च निकालते हैं। लगातार दूसरे साल कारोबार चौपट पड़ा है।

- नवनीत देववंशी, कारोबारी

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पहले तक 15 से 20 लोग रोजाना शादी-ब्याह का सामान खरीदने पहुंचते थे। इस साल दो से तीन लोग ही आ रहे हैं। प्रशासन ने शादी-ब्याह की अनुमति तो दी, लेकिन कारोबारियों को दुकानें नहीं खोलने दी जा रही हैं।

- दिनेश देवल, कारोबारी

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प्रशासन को कोरोना कफ्र्यू में छूट के समय 12 बजे तक पूजा-पाठ सामग्री बेचने की अनुमति भी देनी चाहिए। सहालग सीजन पर ही कारोबारियों की पूरे साल की रोजी-रोटी टिकी होती है। एक साल से कारोबारी खाली हाथ बैठे हैं।

- संजय कुमार, कारोबारी

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