भोजनमाताओं ने सरकार को दिया अल्टीमेटम
प्रगतिशील भोजनमाता संगठन ने स्कूलों में गैस कनेक्शन दिए जाने न्यूनतम वेतनमान निर्धारित किए जाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर फिर हुंकार भरी है। साथ ही सरकार व शिक्षा विभाग को दिसंबर तक का अल्टीमेटम देते हुए मांगें जल्द पूरी करने को कहा है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : प्रगतिशील भोजनमाता संगठन ने स्कूलों में गैस कनेक्शन दिए जाने, न्यूनतम वेतनमान निर्धारित किए जाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर फिर हुंकार भरी है। साथ ही सरकार व शिक्षा विभाग को दिसंबर तक का अल्टीमेटम देते हुए मांगें जल्द पूरी करने को कहा है।
बनभूलपुरा स्थित एक होटल में प्रगतिशील भोजनमाता संगठन उत्तराखंड नैनीताल की ओर से मंगलवार को पत्रकार वार्ता की गई, जिसमें संगठन की महामंत्री रजनी जोशी ने कहा कि सरकार ने गांव की महिलाओं को धुएं से निजात दिलाने के लिए उज्ज्वला कनेक्शन देने की बात कहती है। मगर, स्कूलों में रसोई गैस कनेक्शनों के अभाव में मध्याह्न भोजन आज भी लकड़ी के चूल्हे में बन रहा है। भोजनमाताएं चूल्हे का धुआं फूंक-फूंक कर बीमार पड़ गई है। कोषाध्यक्ष नीता ने कहा कि मध्याह्न भोजन योजना शुरू करने के दौरान गांवों से महिलाओं को बुला-बुलाकर भोजनमाता बनाया गया। रोजाना सैकड़ों बच्चों के लिए भोजन का प्रबंध करने के बावजूद केवल दो हजार रुपये माह के अंत में दिए जाते हैं। भोजनमाताओं के मान-सम्मान व पारिवारिक जरूरतों का ध्यान में रखते हुए उनका न्यूनतम वेतन निर्धारित किया जाना चाहिए। अन्य वक्ताओं ने कहा कि मांगों को लेकर बीते 11 नवंबर को कुमाऊं आयुक्त को ज्ञापन दिया गया। जिसके बाद आयुक्त ने 15 नवंबर को संगठन व मंडल के शिक्षा विभाग के अफसरों की बैठक बुलाई। मगर बैठक में मंडल के अफसर तो दूर आयुक्त खुद ही नहीं पहुंचे। भोजनमाताओं के साथ इस तरह का व्यवहार निंदनीय है। कहा कि यदि दिसंबर अंतिम सप्ताह तक मांगें नहीं मानी गई तो पहली जनवरी से प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू किया जाएगा। यहा रजनी जोशी, नीता, हेमा तिवारी, हेमा पाडे, भावना, जानकी जोशी, राधा देवी आदि मौजूद रही।