लोक कलाकारों ने तालाबंदी कर संयुक्त निदेशक सूचना को रोका, विरोध पर झुकी सरकार, टाला ऑडिशन

सभा के बीच दो लोककलाकारों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया। तल्ख तेवर देख जिला प्रभारी मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने भारी विरोध को देख ऑडिशन छह माह के लिए स्थगित करने का फरमान जारी कर दिया। इस पर लोक कलाकारों ने बेमियादी आंदोलन व अनशन फिलहाल स्थगित कर दिया।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 04:14 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 04:14 PM (IST)
लोक कलाकारों ने तालाबंदी कर संयुक्त निदेशक सूचना को रोका, विरोध पर झुकी सरकार, टाला ऑडिशन
चुफाल ने छह माह के लिए ऑडिशन स्थगित करने की बात कही।

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : बगैर काम व प्रोत्साहन के ऑडिशन से गुस्साए लोककलाकारों ने उदयशंकर नाट्य अकादमी में ताला जड़ दिया। देहरादून से पहुंचे संयुक्त निदेशक (सूचना एवं लोकसंपर्क विभाग) केएस चौहान को सभागार में नहीं जाने दिया गया। सभा के बीच दो लोककलाकारों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया। तल्ख तेवर देख जिला प्रभारी मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने भारी विरोध को देख ऑडिशन छह माह के लिए स्थगित करने का फरमान जारी कर दिया। इस पर लोक कलाकारों ने बेमियादी आंदोलन व अनशन फिलहाल स्थगित कर दिया। 

उदयशंकर नाट्य अकादमी में मंगलवार से ऑडिशन होने थे। मगर लोककलाकार पहले ही विरोध करते आ रहे थे। उनका तर्क था कि कोरोनाकाल में डेढ़ वर्ष तक विभाग से काम ही नहीं मिला। आर्थिक तंगी झेल रहे दलनायकों व कलाकारों की सरकार ने भी सुध नहीं ली। ऑडिशन के बाद भी उन्हें रोजगार मिलेगा इस पर संशय बना है। वहीं रोजगार की तलाश में तमाम कलाकार पलायन भी कर गए हैं। ऐसे में उन्हें ऑडिशन के लिए तैयार करना मुश्किल है। इसके बावजूद सूचना एवं लोकसंपर्क विभाग ऑडिशन पर अड़ा रहा।

मंगलवार को बागेश्वर जिले के लोकलाकारों का ऑडिशन होना था। मगर तालाबंदी व विरोध के चलते ऑडिशन शुरू ही नहीं हो सका। हालांकि संयुक्त निदेशक चौहान ने कलाकारों को समझाने का भरसक प्रयास किया। पर वह नहीं माने। आमरण अनशन पर मोहन राम व धर्म सिंह नगी बैठ गए। युवा जनसंघर्ष मंच संयोजक मनोज बिष्टï, पूर्व दर्जामंत्री व कलाकार बिट्टू कर्नाटक व राजेंद्र तिवारी भी समर्थन में उतर आए। 

सर्किट हाउस जा धमके लोकलाकार 

दोपहर लोकलाकार सर्किट हाउस जा धमके, जहां जिला प्रभारी व पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल विभागीय समीक्षा लेने पहुंचे थे। लोकलाकारों ने जोरशोर से व्यथा सुनाई। ऑडिशन के बजाय पहले उन्हें कुछ काम दिलाए जाने का मुद्दा उठाया। इस पर चुफाल ने छह माह के लिए ऑडिशन स्थगित करने की बात कही। 

ये रहे मौजूद

दलनायक नवीन आर्या, चंदन नेगी, बीना आर्या, संजय सिराड़ी, मुकुल कुमार, संदीप नयाल, देवेंद्र भट्ट, भीम राम, गोपाल सिंह चम्याल, गोकुल बिष्टï, अमर बोरा, प्रकाश बिष्ष्टï, रितेश जोशी, भुवन पांडे, नीरज कुमार, भाष्कर तिवारी, ललित मोहन, योगेश टम्टा, अरविंद कुमार, धीरज बिष्टï, मनीषा आर्या, राजू आर्या, गोपाल राम, प्रकाश टम्टा, दयानंद कठैत, गोपालमोहन भट्ट, बलदेव आगरी, रोहित शैली, मुकुल कुमार आदि। 

पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने बताया कि कोरोना के कारण दो साल तक लोककलाकारों को काम ही नहीं मिला। नियमावली के अनुसार हर तीन साल में ऑडिट होना चाहिए। अब काम ही नहीं हुआ तो ऑडिट कहां से होगा। ऑडिशन का विरोध भी खूब हो रहा है। अब कैबिनेट में इस पर तय होगा। तब तक के लिए ऑडिशन स्थगित करने के निर्देश दे दिए हैं। 

जेडी सूचना एवं लोकसंपर्क केएएस चौहान का कहना है कि गढ़वाल मंडल के ऑडिशन हो चुके हैं। यहां के कलाकार छह माह तक स्थगित रखने की मांग कर रहे हैं। पुराना रजिस्ट्रेशन निरस्त हो चुका है। इससे कलाकारों का ही नुकसान है। शासन स्तर का मामला है। नियमों के तहत ही निर्णय लिए जाएंगे। डेढ़ वर्ष तक जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई को सरकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार का काम देने के प्रयास भी किए जाएंगे।

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