खराब मौसम के कारण इस बार नैनीताल में झील के किनारे नहीं खिलेंगे फूल !

जंगलों की आग से वातावरण में कम हुई आर्द्रता बारिश नहीं होने की वजह से सरोवर नगरी में एक सप्ताह से धुंध छाई है। फिलहाल पानी का संकट तो नहीं है लेकिन पर्यटन सीजन की तैयारियां जरूर प्रभावित हुई हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 06 Apr 2021 11:28 AM (IST) Updated:Tue, 06 Apr 2021 11:28 AM (IST)
खराब मौसम के कारण इस बार नैनीताल में झील के किनारे नहीं खिलेंगे फूल !
खराब मौसम के कारण इस बार नैनीताल में झील के किनारे नहीं खिलेंगे फूल !

नैनीताल, जागरण संवाददाता : जंगलों की आग से वातावरण में कम हुई आर्द्रता, बारिश नहीं होने की वजह से सरोवर नगरी में एक सप्ताह से धुंध छाई है। फिलहाल पानी का संकट तो नहीं है लेकिन पर्यटन सीजन की तैयारियां जरूर प्रभावित हुई हैं। यदि जल्द मौसम नहीं बदला और बारिश नहीं हुई तो इस बार सीजन में पर्यटकों को माल रोड व झील के किनारों की बगिया में शायद ही फूल खिले मिलें।

नैनीताल में झील किनारे व माल रोड के आसपास दो दर्जन से अधिक नर्सरियां हैं। पर्यटन सीजन में इन उद्यानों के फूल पर्यटकों को खूब आकर्षित करते हैं। या कहें कि फूल खिलने वाले उद्यान अघोषित तौर पर सेल्फी प्वाइंट बन रहे हैं। इस बार भी  इन नर्सरियों में फूल लगाए तो लेकिन खिलने तक जिंदा भी रहेंगे, यह बड़ा सवाल है। इसकी वजह बारिश नहीं होना व आर्द्रता में कमी होना है। 

बिन माली कैसे महकेंगे

कभी नगरपालिका की ओर से इन नर्सरियों की देखभाल से लेकर फूल लगाने, निराई गुड़ाई व सिंचाई आदि के लिए 16 माली नियुक्त किये थे। नियमित तौर पर नर्सरियों की देखभाल करते थे। जनप्रतिनिधियों व सिविल सोसाइटी भी मॉनिटरिंग करती थी मगर अब हालात जुदा हैं। माली प्रताप राम बताते हैं कि कभी पालिका में 16 माली थे, अब मात्र चार हैं। चार में भी अधिकांश ऑफिस से अटैच हैं।

अब बीजों के लिए राजभवन पर निर्भर पालिका  

एक दौर था जब नगरपालिका अन्य संस्थाओं को फूलों के बीज, पौधों की आपूर्ति करती थी मगर अब पालिका पूरी तरह राजभवन पर निर्भर है। इस बार भी पौधे राजभवन से ही लाये गए हैं। कहने को इस बार भी नर्सरियों में फूल लगाए हैं मगर मौसम की बेरुखी व मालियों की कमी से फूल शायद ही खिल पाएं।          

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