Indira Hridyesh Death : उत्तराखंड ने तीन साल में पांच विधायकों को खोया

Indira Hridyesh Death 2017 का विधानसभा चुनाव जीतने वाले उत्तराखंड के पांच विधायकों की तीन साल के अंदर मौत हो गई। इसमें कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत भी शामिल थे। तीन कुमाऊं और दो गढ़वाल मंडल से निर्वाचित हुए थे।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 06:30 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 06:30 AM (IST)
Indira Hridyesh Death : उत्तराखंड ने तीन साल में पांच विधायकों को खोया
Indira Hridyesh Death : उत्तराखंड ने तीन साल में पांच विधायकों को खोया

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : Indira Hridyesh Death : 2017 का विधानसभा चुनाव जीतने वाले उत्तराखंड के पांच विधायकों की तीन साल के अंदर मौत हो गई। इसमें कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत भी शामिल थे। तीन कुमाऊं और दो गढ़वाल मंडल से निर्वाचित हुए थे। निर्वाचन के जरिये प्रदेश में अब तक चार विधानसभा चुनी जा चुकी है। हालांकि, प्रदेश के लोगों ने हर बार दिवंगत नेता के लिए सहानूभूति दिखाई है। यही वजह है कि 2017 के बाद हुए तीन उपचुनाव में दिवंगत परिवार के सदस्य के चुनाव लडऩे पर वह सदन भी पहुंचा।

फरवरी 2018 में गढ़वाल की थराली विधानसभा के भाजपा विधायक मगन लाल शाह का बीमारी से निधन हुआ था। जिसके बाद जनता ने उनकी पत्नी मुन्नी लाल शाह को विधायक बनाया। जून 2019 में कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत की कैंसर से उपचार के दौरान मौत हुई। संसदीय मामलों के जानकार पंत त्रिवेंद्र सरकार में बड़ा वजूद रखते थे। बाद में पिथौरागढ़ सीट पर पत्नी चंद्रा पंत विजयी हुई।

नवंबर 2020 में सल्ट विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के निधन के बाद भाजपा ने उनके भाई महेश जीना को चुनाव मैदान में उतारा। सहानूभूति लहर के कारण जीना ने कांग्रेस प्रत्याशी को और ज्यादा वोटों से हरा दिया। वहीं, अप्रैल 2021 में गंगोत्री से बीजेपी के टिकट पर जीते गोपाल रावत का भी बीमारी के कारण निधन हो गया। हालांकि, उपचुनाव को लेकर अभी स्थिति साफ नहीं है। अब नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा हृदयेश के तौर पर 70 विधानसभा सीट वाले उत्तराखंड ने अपने पांचवें सिटिंग विधायक को खो दिया।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी