Lunar Eclipse2021 : साल का पहला चंद्रग्रहण 26 मई को, उत्तराखंड में नहीं दिखाई देगा ग्रहण

Lunar Eclipse2021 यह ग्रहण वैशाख पूर्णिमा पर लगेगा। चंद्र ग्रहण का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व भी है। चंद्रग्रहण पर चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेगा और यह ग्रहण दोपहर दो बजे बाद से शाम सात बजे तक रहेगा। ये पूर्ण चंद्रग्रहण है लेकिन भारत में कुछ जगहों पर दिखेगा

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 06:40 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 06:40 AM (IST)
Lunar Eclipse2021 : साल का पहला चंद्रग्रहण 26 मई को, उत्तराखंड में नहीं दिखाई देगा ग्रहण
ज्योतिषाचार्य डा. नवीन चंद्र जोशी के मुताबिक जिन जगहों पर ग्रहण दिखेगा वहीं इसका सूतक और असर रहेगा।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : Lunar Eclipse2021 : साल का पहला चंद्रग्रहण 26 मई को होगा। यह ग्रहण वैशाख पूर्णिमा पर लगेगा। चंद्र ग्रहण का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व भी है। चंद्रग्रहण पर चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेगा और यह ग्रहण दोपहर दो बजे बाद से शाम सात बजे तक रहेगा। ये पूर्ण चंद्रग्रहण है लेकिन शाम को चंद्रमा के उदय होने के बाद भारत में कुछ जगहों पर दिखेगा इसलिए यहां आंशिक चंद्रग्रहण कहलाएगा। हालांकि उत्तराखंड में यह दिखाई नहीं देगा। ज्योतिषाचार्य डा. नवीन चंद्र जोशी के मुताबिक जिन जगहों पर ग्रहण दिखेगा वहीं इसका सूतक और असर रहेगा।

कुछ भागों में दिखेगा चंद्रग्रहण

साल का पहला पूर्ण चंद्रग्रहण जो कि भारत में आंशिक तौर से लगेगा और देश के उत्तर-पूर्व हिस्सों में दिखाई देगा। सिक्किम को छोड़कर उत्तर-पूर्व हिस्सों और पश्चिम बंगाल की कुछ जगहों पर थोड़ी देर के लिए ग्रहण को देखा जा सकेगा। इनके अलावा दक्षिणी अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर और हिंद महासागर में चंद्रग्रहण दिखाई देगा।

इस साल रहेंगे चार ग्रहण

श्री महादेव गिरि संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डा. नवीन चंद्र जोशी का कहना है कि इस साल पहला चंद्रग्रहण 26 मई और दूसरा 19 नवंबर को लगेगा। दोनों ही ग्रहण उत्तराखंड में दिखाई नहीं देंगे। हालांकि भारत के उत्तर और पूर्वी हिस्सों में कहीं कहीं पर इसे देखा जा सकता है।

इस साल दो सूर्यग्रहण भी लगेंगे। इनमें पहला 10 जून और दूसरा 4 दिसंबर को रहेगा। दोनों भारत में नहीं दिखेंगे। डा. जोशी के मुताबिक ग्रहण काल से पहले नहाना चाहिए। ग्रहण के समय इष्ट देव के मंत्रों का जाप करना चाहिए। दान करना चाहिए। ग्रहण के समाप्त होने पर घर में गंगा जल का छिड़काव करें।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी