दिल्ली जाना है तो हो जाएं तैयार, सुबह छह बजे निकलेगी पहली बस

छह महीने आठ दिन बाद उत्तराखंड रोडवेज की बसें बुधवार से दिल्ली रूट पर चलने लगेंगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Sep 2020 04:17 AM (IST) Updated:Wed, 30 Sep 2020 05:14 AM (IST)
दिल्ली जाना है तो हो जाएं तैयार, सुबह छह बजे निकलेगी पहली बस
दिल्ली जाना है तो हो जाएं तैयार, सुबह छह बजे निकलेगी पहली बस

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: छह महीने आठ दिन बाद उत्तराखंड रोडवेज की बसें बुधवार से दिल्ली रूट पर दौड़ना शुरू करेंगी। पहली बस सुबह छह बजे हल्द्वानी रोडवेज स्टेशन से निकलेगी। फिलहाल वॉल्वो व सेमी-डीलक्स बसों का संचालन नहीं किया जा रहा। सामान्य बसों से सवारियों को गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा। हल्द्वानी से दिल्ली का किराया 365 रुपये होगा। नैनीताल रीजन के अलग-अलग डिपो से 29 बसें पहले दिन दिल्ली को रवाना होंगी। आइएसबीटी बंद होने की वजह से यात्री कौशांबी स्टेशन पर ही उतरेंगे।

लॉकडाउन के बाद 25 जून से रोडवेज की बसें सड़कों पर उतरी थी, मगर दूसरे राज्य में एंट्री की परमिशन नहीं थी। उत्तर प्रदेश रोडवेज से सहमति बनने के बाद अब बसें दिल्ली रूट पर दौड़ना शुरू करेगी। चालक-परिचालकों को क्षमता के हिसाब से सवारियां बिठाने की छूट रहेगी। मास्क व सैनिटाइजेशन को अनिवार्य किया गया है। यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर रूट पर निकलने व वापसी में भी गाड़ियों को सैनिटाइज किया जाएगा। आरएम संचालन यशपाल सिंह ने बताया रोडवेज की तैयारियां पूरी है। यात्रियों की सुविधा व सुरक्षा को लेकर पूरी गंभीरता बरती जाएगी। इन डिपो की बसें चलेंगी

रोडवेज अफसरों के मुताबिक पहले दिन हल्द्वानी डिपो की 6, काठगोदाम 10, भवाली 1, रानीखेत 1, अल्मोड़ा 1, रामनगर 5 और रुद्रपुर डिपो की पांच बसें दिल्ली रूट पर सवारियों को लेकर रवाना होंगी। आइएसबीटी खुलने पर रोडवेज की जेब और ढीली होगी

फिलहाल दिल्ली में आइएसबीटी बंद होने की वजह से बसें वहां नहीं जा सकेंगी, मगर आइएसबीटी प्रशासन ने दूसरे राज्य की बसों को अपने वहां पार्किंग करने का रेट बढ़ा दिया है। पहले 350 रुपये प्रति बस लिए जाते थे, मगर अब 70 मिनट तक आइएसबीटी में रुकने पर 400 रुपये शुल्क लगेगा। इससे ज्यादा समय लगने पर पेनाल्टी देनी पड़ेगी। इस हिसाब से पहले आधे घंटे में 450, एक घंटा होने पर 550, दो घंटे के 850 रुपये देने होंगे। अगर गलती से प्रवेश शुल्क का भुगतान नहीं किया तो एक हजार जुर्माना लगेगा। जिस वजह से मुख्यालय ने सभी एआरएम को पत्र भेज कहा कि स्टाफ को निर्धारित समय में सवारी भरकर वापस लौटने के लिए निर्देशित करें। ताकि बेवजह का जुर्माना न देना पड़े।

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