विकास भवन भीमताल में ऑनलाइन नहीं हो सकीं फाइलें, मैनुअल जुटाई जाती है जानकारी
विकास भवन भीमताल में फाइलें ऑनलाइन नहीं हो सकी हैं। ऐसे में जब भी रिकॉर्ड की जरूरत होती है तो मैनुअल ही जानकारी जुटाई जाती है। विकास भवन में फाइलों के ऑनलाइन ट्रैक न हो पाने से काम बढ़ने के साथ लोगों का वक्त भी जाया हो रहा है।
भीमताल, जागरण संवाददाता : विकास भवन भीमताल में अब भी फाइलें ऑनलाइन नहीं हो सकी हैं। ऐसे में जब भी रिकॉर्ड की जरूरत होती है तो मैनुअल ही जानकारी जुटाई जाती है। डिजिटल में युग में जब सभी काम एक क्लिक से हो रहे हैं, वहीं विकास भवन में फाइलों के ऑनलाइन ट्रैक न हो पाने से काम बढ़ने के साथ लोगों का वक्त भी जाया हो रहा है।
फाइलों की अपडेट लोंगों को घर बैठे ही हो सके इसके लिए सितंबर 2018 में तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार ने दिल्ली की एक कंपनी को फाइल ट्रैकिंग सिस्टम बनाने को कहा था। कंपनी के अधिकारियों ने विकास भवन पहुंच कर पूरी जानकारी ली। विकास भवन में कितने कार्यालय हैं और कौन-कौन से कार्य संपादित किये जाते हैं, उनका सारा ब्यौरा जुटाया। कंपनी ने तब सीडीओ को शीघ्र ही साफ्टवेयर बनाने का आश्वासन दिया था। लेकिन तीन वर्ष बाद भी वह प्रणाली विकास भवन में नहीं आ पाई है।
जिसके चलते लोगों को अपने फाइल की अपडेट लेने के लिए दफ्तर पहुंचना ही पड़ता है। विभागीय सूत्र बताते हैं कि तब कंपनी ने जो खर्चा बताया था उसको कौन से मद से देना है इसका निर्णय नहीं हो पाया था, इसलिये योजना परवान नहीं चढ़ पाई।
दरअसल विकास भवन में विभिन्न कार्यों के लिये दर्जनों लोग प्रतिदिन पहुंचते हैं और योजना संबधी फाइलों की जानकारी जुटाने के लिये विभिन्न पटल के चक्कर लगाते हैं। ऐसे में तत्कालीन सीडीओ विनीत कुमार ने फाइल ट्रैकिंग सिस्टम को लागू करने का निर्णय लिया था। इस सिस्टम से लोंगों को उनके फाइल अपडेट ऑनलाइन की मिली जाती।
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