चार दिनों से लगातार हो रही बारिश से प्रदेश में फिर औसत से ऊपर पहुंचा बारिश का आंकड़ा
पिछले चार दिनों से हो रही बारिश से मानसून का परिदृश्य बदल गया है। 16 जुलाई को प्रदेश में सामान्य से एक प्रतिशत कम बारिश हुई थी। अब यह आंकड़ा औसत बारिश से 10 प्रतिशत ऊपर पहुंच गया है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : पिछले चार दिनों से हो रही बारिश से मानसून का परिदृश्य बदल गया है। 16 जुलाई को प्रदेश में सामान्य से एक प्रतिशत कम बारिश हुई थी। अब यह आंकड़ा औसत बारिश से 10 प्रतिशत ऊपर पहुंच गया है। पांच दिन पहले प्रदेश के आठ जिलों में औसत से कम बारिश दर्ज की गई थी। यह संख्या अब घटकर छह पर आ गई है।
प्रदेश के दो जिलों में तो बारिश की कमी का अंतर मामूली है। एक-दो दिन मानसून इसी तरह बरसते रहा तो बारिश की स्थिति और बेहतर हो जाएगी। उत्तराखंड में इस बार पांच दिन पहले मानसून पहुंच गया था। शुरुआत में अच्छी बारिश के बाद चार सप्ताह तक मानसून कमजोर रहा। 17 जुलाई की रात से फिर मानसून सक्रिय हुआ और प्रदेश पर छा गया। 16 जुलाई तक की स्थिति के अनुसार कुमाऊं के ऊधमसिंह नगर जिले में औसत से 34 प्रतिशत व नैनीताल में 21 प्रतिशत कम बारिश हुई थी।
अब यूएसनगर में स्थिति उलट हो गई है। नैनीताल में भी अंतर मामूली रह गया है। जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के मौसम विज्ञानी डा. आरके सिंह का कहना है कि इस बार बहुत तबाही वाली बारिश नहीं हुई। लगातार हल्की बारिश होने भूमिगत जलस्तर में सुधार के लिए उपयोगी है। इससे पहाड़ के नौले, धारे जैसे प्राकृतिक जल स्रोत रिचार्ज होंगे।
कुमाऊं में जिलेवार मानसूनी बारिश (मिमी में)
जिला औसत वर्षा बारिश हुई कमी/वृद्धि
अल्मोड़ा 327.9 401.8 23
बागेश्वर 327.9 901.3 175
चम्पावत 542.1 567.8 5
नैनीताल 569.5 558.8 -2
पिथौरागढ़ 610.6 584.4 -4
यूएसनगर 401.5 426.2 6
(नोट: आंकड़े 1 जून से 21 जुलाई के मध्य। कमी/वृद्धि प्रशित में)
23 व 24 जुलाई को राहत के आसार
मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को प्रदेश के अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछार पडऩे की संभावना है। 23 व 24 जुलाई को कुछ जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से 25 व 26 जुलाई को फिर से तेजी बारिश के आसार बन सकते हैं।