एमबीपीजी कॉलेज की महिला एसोसिएट ने प्राचार्य व चार प्राध्यापकों पर आरोप का उत्पीड़न

एमबीपीजी कॉलेज के प्राचार्य व चार प्राध्यापकों पर मानसिक उत्पीडऩ का आरोप लगा है। महिला एसोसिएट प्रोफेसर के पति ने बंशीधर भगत को दिया है। भगत से होते हुए उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह तक पहुंचे पत्र में नैनीताल डीएम से प्रकरण की जांच कराने को कहा गया है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 07:57 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 07:57 AM (IST)
एमबीपीजी कॉलेज की महिला एसोसिएट ने प्राचार्य व चार प्राध्यापकों पर आरोप का उत्पीड़न
एमबीपीजी कॉलेज के महिला एसोसिएट ने प्राचार्य व चार प्राध्यापकों पर उत्पीड़न का आरोप

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : एमबीपीजी कॉलेज के प्राचार्य व चार प्राध्यापकों पर मानसिक उत्पीडऩ का आरोप लगा है। महिला एसोसिएट प्रोफेसर के पति ने इस आशय का शिकायती पत्र संसदीय कार्य मंत्री बंशीधर भगत को दिया है। भगत से होते हुए उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत तक पहुंचे पत्र में नैनीताल डीएम से प्रकरण की जांच कराने को कहा गया है।

सात बिंदुओं के शिकायती पत्र में महिला एसोसिएट प्रोफेसर के पति ने कहा है कि उनकी पत्नी 2014 से एमबीपीजी कॉलेज में कार्यरत हैं। प्राचार्य द्वारा उनकी पत्नी के साथ गलत आचरण किया गया। सीटीई मद का 25 प्रतिशत हिस्सा मांगने, बात करने के लिए अकेले में मिलने और मिलने पर अमर्यादित बातें करने का आरोप लगाया है। इस प्रकरण के बाद कॉलेज के अन्य चार प्राध्यापकों पर भी उनकी पत्नी के सामने से गुजरने पर अश्लील बातें करने व बूरी नजर से देखने की बात कही गई है।

कमेटी पर एकतरफा सुनने का आरोप

प्रकरण पिछले साल नवंबर, दिसंबर का है। तब प्राचार्य ने प्रकरण को लोक सेवक नियमावली का उल्लंघन मानते हुए महिला एसोसिएट को अन्यत्र संबद्ध कर प्रकरण की जांच कराने की मांग की। महिला एसोसिएट को हल्दूचौड़ कॉलेज संबद्ध किया गया। जांच कमेटी ने अप्रैल में जांच पूरी कर दी। शिकायती पत्र में आरोप है कि जांच कमेटी ने उनकी पत्नी के पक्ष को नहीं सुना गया।

मामले की मजिस्‍ट्रेट जांच होगी

प्राचार्य एमबीपीजी कॉलेज बीआर पंत ने बताया कि मामले में मैंने पूर्व में जांच के लिए लिखा था। निदेशालय स्तर से जांच हो भी चुकी है। अब भी कोई जांच होती है तो मैं उसके लिए तैयार हूं। डीएम धीराज गब्र्याल ने बताया कि एमबीपीजी कॉलेज प्रकरण मामले में उच्च शिक्षा मंत्री की ओर से रिमार्क किया पत्र मिला है। मामले में सिटी मजिस्ट्रेट हल्द्वानी से जांच कराई जाएगी।

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