आठ साल में सर्वाधिक पहुंचा फरवरी का तापमान, 30 डिग्री पारे में धूप में खड़ा रहना मुश्किल
पंतनगर के मौसम विज्ञानी डा. आरके सिंह ने बताया कि इस समय हवा का रुख दक्षिण-पश्चिम बना हुआ है। इससे हवा का थोड़ी गरम है। दूसरा पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से जमीन की गरम हवा वायुमंडल में नहीं जा पा रही है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : दक्षिण-पश्चिमी हवा के प्रभाव से फरवरी तपी हुई है। पिछले आठ वर्षों में पहल बार ऐसा मौका है जब तराई-भाबर का तापमान 30 डिग्री के करीब पहुंच गया है। इस कारण दोपहर में तेज धूप का अहसास होने लगा है। तेज धूप में बैठना भी मुश्किल हो रहा है। जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के मौसम विज्ञानी डा. आरके सिंह ने बताया कि इस समय हवा का रुख दक्षिण-पश्चिम बना हुआ है। इससे हवा का थोड़ी गरम है। दूसरा पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से जमीन की गरम हवा वायुमंडल में नहीं जा पा रही है। इस कारण भी तापमान में तेजी देखी जा रही है।
सामान्य से छह डिग्री अधिक पारा
पारे की चाल का अनुमान इस बार से लगाया जा सकता है कि अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री अधिक पहुंच गया है। बुधवार को हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 29.9 डिग्री सेल्सियस रहा। न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री रिकाॅर्ड किया गया। न्यूनतम तामपान सामान्य से 2.6 डिग्री अधिक है। मैदान ही नहीं पर्वतीय क्षेत्र मुक्तेश्वर के तापमान में भी तेजी देखने को मिली है। बुधवार को मुक्तेश्वर का अधिकतम तामपान 21.9 डिग्री सेल्सियस रहा। सामान्य के अपेक्षा यह 8.0 डिग्री अधिक है। न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री रहा, यह सामान्य से 5.0 डिग्री अधिक है।
पिछले दस वर्षों में हल्द्वानी का अधिकतम पारा
वर्ष तापमान (तिथि)
2020 26.6 (24)
2019 27.6 (22)
2018 29.4 (23)
2017 29.3 (20)
2016 29.1 (19)
2015 28.5 (23)
2014 27.0 (04)
2013 27.2 (27)
2012 30.0 (23)
2011 27.2 (13)
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