अंधड़, बरसात से विद्युत लाइनों में जगह-जगह फाल्ट, आपूर्ति प्रभावित, देर रात तक मरम्मत में जुटे रहे कर्मचारी

बरसात के साथ अंधड़ आने की वजह से कुछ समय के लिए 33केवी के बिजली घरों से आपूर्ति बंद कर दी गयी थी। बरसात व तेज हवाओं के थमने पर बिजल घर से आपूर्ति बहाल की गयी। इसके बाद 11केवी में फाल्ट आने व टहनियां गिरने से आपूर्ति बाधित रही।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 11:33 AM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 11:33 AM (IST)
अंधड़, बरसात से विद्युत लाइनों में जगह-जगह फाल्ट, आपूर्ति प्रभावित, देर रात तक मरम्मत में जुटे रहे कर्मचारी
एसडीओ, जेई व कर्मचारी देर रात तक आपूर्ति बहाल करने के लिए जुटे रहे।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : बुधवार की दोपहर बाद अंधड़ व तेज बरसात से विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई। बरसात के दौरान करीब एक घंटे तक ऊर्जा निगम ने अपने सभी 33 केवी के बिजली घरों को बंद रखा। इसके बाद बिजली घर से आपूर्ति शुरू की गयी, लेकिन 11 केवी लाइनों में जगह-जगह फाल्ट से घंटों तक बिजली नहीं आई। देर रात तक अफसर व कार्मिक लाइनों की मरम्मत में जुटे रहे।

ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड ग्रामीण हल्द्वानी के अधिशासी अभियंता दीनदयाल पांगती ने बताया कि बरसात के साथ अंधड़ आने की वजह से कुछ समय के लिए 33केवी के बिजली घरों से आपूर्ति बंद कर दी गयी थी। बरसात व तेज हवाओं के थमने पर बिजल घर से आपूर्ति बहाल की गयी। इसके बाद 11केवी में फाल्ट आने व लाइनों में टहनियां गिरने से आपूर्ति बाधित रही। सभी एसडीओ, जेई व कर्मचारी देर रात तक आपूर्ति बहाल करने के लिए जुटे रहे।

वहीं विद्युत वितरण खंड शहर के एसडीओ नीरज पांडे ने बताया कि एक घंटे तक शहर व गौलापार क्षेत्र की आपूर्ति बिजली घरों से बंद रखी गयी थी। अंधड़ रुकने पर शहर की आपूर्ति शुरू की गयी। गौलापार में अंधड़ से शास्त्री फार्म में पोल टूट गया। इसके साथ ही जगह-जगह फाल्ट व लाइनों में टहनियां गिर गईं। देर रात तक कर्मचारी लाइनों की मरम्मत कर विद्युत आपूर्ति सुचारू करने में जुटे रहे।

बिजली आपूर्ति बाधित रहने से पेयजल का भी संकट

अंधड़ व बरसात से बिजली आपूर्ति बाधित रहने से शाम की पेयजल आपूर्ति भी लड़खड़ा गयी। बिजली न होने से अधिकांश नलकूपों का संचालन भी ठप रहा। जिससे इन नलकूपों से जुड़े इलाकों में पेयजल की आपूर्ति बाधित रही। जलसंस्थान के अफसरों के मुताबिक नलकूपों के नहीं चलने से शाम के समय पेयजल आपूर्ति पर असर पड़ा। जैसे-जैसे विद्युत आपूर्ति बहाल हुई, नलकूपों का संचालन शुरू करा दिया गया था।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी