कच्चे आढ़तियों की मनमानी के खिलाफ सड़क पर उतरे किसान, धान खरीद में कटौती का लगाया आरोप

किसानों का आरोप है कि धान खरीद में मनमानी की जा रही है। मंडी में कई दिन से किसान धान बिकने का इंतजार कर रहे है। उन्हें परेशान किया जा रहा है। नियमों के खिलाफ किसानों का धान बाजार में 800 रुपये कुंतल खुलेआम खरीदा जा रहा है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 05:40 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 05:40 PM (IST)
कच्चे आढ़तियों की मनमानी के खिलाफ सड़क पर उतरे किसान, धान खरीद में कटौती का लगाया आरोप
चेतावनी दी कि समस्या का समाधान नही होने पर विरोध किया जायेगा।

जागरण संवाददाता, सितारगंज : किसानों ने कच्चे आढ़तियों पर धान खरीद में 20 प्रतिशत तक की कटौती का आरोप लगाते हुये हाइवे में धरना दिया। वहीं किसानों के एकत्रित होने से सड़क में जाम की स्थिति बन गई। िजसे देख एसडीएम ने किसानों की समस्याओं को मौके पर सुन निदान करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद किसानों ने धरना समाप्त कर दिया। किसानों का आरोप है कि कच्चे आढ़ती भुगतान के लिये भी समय दे रहे है। उन्होंने चेतावनी दी कि समस्या का समाधान नही होने पर विरोध किया जायेगा।  

कृषि उत्पादन मंडी समिति में मानकों के विपरीत धान खरीद होने से नाराज किसानों ने सोमवार को अमरिया चौराहे में धरना शुरु कर दिया। किसानों का आरोप है कि धान खरीद में मनमानी की जा रही है। मंडी में कई दिन से किसान धान बिकने का इंतजार कर रहे है। उन्हें परेशान किया जा रहा है। नियमों के खिलाफ किसानों का धान बाजार में 800 रुपये कुंतल खुलेआम खरीदा जा रहा है। प्रशासन अवैध खरीद पर किसी तरह की कोई रोक नही लगा रहा है। इससे किसानों को आर्थिक हानि पहुंच रही है। किसान नेता साहब सिंह, रंधीर सिंह बल ने आरोप लगाया कि कच्चे आढ़ती किसानों के धान में अधिक नमी दर्शाकर 20 प्रतिशत की प्रति कुंतल कटौती कर रहे है। किसानों के सड़क में बैठने के दौरान दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई। जाम में एम्बुलैंस, स्कूली वाहनों के फंस होने का पता चलते ही किसानाो ने वाहनों काोरास्ता दिया। उपनिरीक्षक धीरेंद्र परिहार ने पुलिस बल के साथ जाम में फंसे एमबुलैंस, स्कूली वाहनाो काो मार्ग सेतत्काल निकलवाया। 

75 किसान की उपज फसल खरीदने का नियम

सरकार ने कच्चे आढ़तियों को किसानों की 75 प्रतिशत फसल खरीदने के नियम पारित कर रखे है। 25 प्रतिशत फसल सरकारी तोल कांटों पर किसान बेचते है। इन दोनों स्थानों पर किसानों को समर्थन मूल्य यानि एमएसपी के तहत भुगतान किये का आदेश है। किसान साहब सिंह ने आरोप लगाया कि कच्चे आढ़ती किसानों का धान कटौती कर खरीदने की फिराक में है। धान खरीदने के बाद कच्चे आढ़ती 25 दिन बाद भुगतान करने की बात कर रहे थे। इसका किसानों ने सोमवार को विरोध कर दिया है। किसानों ने चेतावनी दी धान खरीद में मनमानी बंद नही की गई तो राइस मिलरों के आगे धरना दिया जायेगा।

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