27 को भारत बंद को लेकर किसानों ने की बैठक, ढेलापुर और गुरुद्वारा के पास चक्का जाम कर होगा विरोध

किसान नेताओं ने निर्णय लिया कि भारत बंद के समर्थन में 27 को शहर के गुरुद्वारा और ढेलापुर स्थित चक्का जाम करके बंदी किया जाएगा। उन्हाेंने बताया कि सरकार से बार-बार मांग की जा रही है कि किसानों का धान एमएसपी रेट पर खरीद किया जाए।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 07:13 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 07:13 PM (IST)
27 को भारत बंद को लेकर किसानों ने की बैठक, ढेलापुर और गुरुद्वारा के पास चक्का जाम कर होगा विरोध
27 सितंबर को भारत बंद के दौरान आम नागरिक को होने वाली परेशानियों का जिम्मेदार सरकार की होगी।

जागरण संवाददाता, काशीपुर : संयुक्त किसान माेर्चा के आह्वान पर भारत बंद को लेकर गुरुवार को काशीपुर के नई अनाज मंडी स्थित गेस्ट हाउस में बैठक की गई। जिसमें सैकड़ों लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। आयोजित हुई बैठक में जहां पर उपस्थित किसान नेताओं ने निर्णय लिया कि भारत बंद के समर्थन में 27 को शहर के गुरुद्वारा और ढेलापुर स्थित चक्का जाम करके बंदी को सफल बनाएंगे। 

भारतीय किसान यूनियन युवा के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह जीतू और किसान नेता बलजिंदर सिंह ने बताया कि 27 सितंबर को भारत बंद किया जाएगा। जिसको लेकर काशीपुर के नई अनाज मंडी स्थित गेस्ट हाउस में बैठक की गई। जहां पर उपस्थित किसान नेताओं ने निर्णय लिया कि भारत बंद के समर्थन में 27 को शहर के गुरुद्वारा और ढेलापुर स्थित चक्का जाम करके बंदी किया जाएगा। उन्हाेंने बताया कि सरकार से बार-बार मांग की जा रही है कि किसानों का धान एमएसपी रेट पर खरीद किया जाए, लेकिन सरकार की तरफ से कोई भी आश्वासन नहीं मिल रहा है। ऐसे में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अन्त में सरकार किसानों के धान एमएसपी रेट पर खरीद नहीं करेगी। जिससे किसानों को भारी नुकसान होगा। उनका कहना है कि किसानों को उनका अधिकार दिलाने के लिए वह सब किसी भी हद तक उतरने को तैयार हैं और सरकार की मनमानी चलने नहीं देंगे। किसान नेता का आरोप है कि इस बारे में कई बार प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सीएम को पत्र भेजकर शिकायत करके मांग कर चुके हैं। इसके बाद भी सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल रहा है।

बैठक में उपस्थित किसानों कहा कि 27 सितंबर को भारत बंद के दौरान आम नागरिक को होने वाली परेशानियों का जिम्मेदार सरकार की होगी। क्योंकि, सरकार द्वारा किसानों की बात नहीं माने जाने पर भारत बंद करने का निर्णय लिया गया है। आरोप है कि सरकार एक तरफ किसानों की आय दोगुनी करने की बात कह रही है तो दूसरी तरफ खेत में तैयार किए गए फसल आने-पौने भाव में खरीदने की तैयारी कर रही है। जोकि, किसानों के साथ घात करने के बराबर है। बैठक में व्यापारी संगठन पदाधिकारी, अवतार सिंह, प्रताप विर्क, मनप्रीत सिंह, राजू छीना, टीकाराम मैनी, बलविंदर सिंह, जोरावर सिंह, कुलदीप सिंह चीमा व अन्य किसान नेता मौजूद रहे।

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