Uttarakhand Board Result 2021 : किसान व ट्रक चालक के बेटे ने सभी विषयों में शत प्रतिशत अंक लाकर बनाया कीर्तिमान
Uttarakhand Board Result 2021 कोरोना महामारी से उपजे हालात के कारण उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाएं रद करनी पड़ी। इस वजह से मूल्यांकन की पद्धति में भी बदलाव करना पड़ा। शनिवार को बोर्ड के नतीजे आए तो वह भी काफी बदलाव वाले दिखे।
गणेश पांडे, हल्द्वानी : Uttarakhand Board Result 2021 : कोरोना महामारी से उपजे हालात के कारण उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाएं रद करनी पड़ी। इस वजह से मूल्यांकन की पद्धति में भी बदलाव करना पड़ा। शनिवार को बोर्ड के नतीजे आए तो वह भी काफी बदलाव वाले दिखे। हाईस्कूल परीक्षा में तीन विद्यार्थियों ने सभी विषयों में शतप्रतिशत अंक लाकर बोर्ड के इतिहास में नया कीर्तिमान रचा है।
अंकों की नई पटकथा लिखने वालों में दो नाम कुमाऊं और एक गढ़वाल मंडल से हैं। पिथौरागढ़ जिले के हीरा देवी भट्ट विवेकानंद विद्या मंदिर मुनस्यारी के छात्र हिमांशु राणा व होशियार सिंह ने 500 में 500 अंक प्राप्त किए हैं। हिमांशु के पिता हयात सिंह राणा ट्रक चालक हैं। हिमांशु साफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहते हैं। होशियार के पिता गोविंद सिंह पंवार किसान हैं। होशियार सिविल सेवा में जाना चाहते हैं। दोनों ने ङ्क्षहदी, संस्कृत, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान में पूरे अंक प्राप्त किए हैं।
मूल्यांकन भले पुराने प्रदर्शन के आधार पर किया गया है, लेकिन होशियार व हिमांशु ने साबित किया है कि प्रतिभा साधन संपन्न शहरों में ही नहीं पलती। हरिद्वार जिले की शिवी त्यागी ने भी पांचों विषय में शतप्रतिशत लाने का कमाल कर दिखाया है। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की सचिव डा. नीता तिवारी ने बताया कि हाईस्कूल में तीन विद्यार्थियों ने शतप्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। संभवत: यह पहली बार है जब बोर्ड में विद्यार्थियों ने सभी विषयों में पूरे अंक प्राप्त किए हैं।
तीन विद्यार्थी एक अंक से चूके
प्रदेश में तीन विद्यार्थी ऐसे भी रहे जो एक अंक से शतप्रतिशत रिजल्ट लाने में चूक गए। इनमें पिथौरागढ़ के भरत सिंह कठायत के गणित में 99, नैनीताल जिले की अनुष्का अग्रवाल के अंग्रेजी में 99 और हरिद्वार के वंश के सामाजिक विज्ञान में 99 प्रतिशत अंक आए हैं। शेष चार विषयों में इनमें भी 100-100 अंक हैं।
बिना परीक्षा हुए भी अनुत्तीर्ण हो गए विद्यार्थी
मूल्यांकन पद्धति में बदलाव के कारण सफलता का प्रतिशत 20 से 24 प्रतिशत बढ़ा है। बावजूद इसके विद्यार्थी अनुत्तीर्ण भी हुए हैं। हाईस्कूल में 116 परीक्षार्थी फेल हुए जबकि 1193 का परीक्षाफल अपूर्ण रहा है। इंटरमीडिएट में 445 विद्यार्थी फेल हुए और 20 का रिजल्ट अपूर्ण दर्शाया गया है। छात्र प्रयोगात्मक परीक्षा में फेल हुए हैं। स्कूलों से जिन बच्चों का परिणाम नहीं मिला है, बोर्ड ने उन्हें अपूर्ण माना है।
पूर्व की कक्षा के प्रदर्शन के आधार पर मूल्यांकन
उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने परीक्षाफल तैयार करने के लिए विद्यार्थियों के पूर्व की कक्षा के प्रदर्शन को आधार बनाया। दसवीं के लिए कक्षा नौ के प्राप्तांकों के 75 प्रतिशत व हाईस्कूल के आंतरिक परीक्षा में मिले प्राप्तांकों के 25 प्रतिशत नंबर से रिजल्ट तैयार किया गया। इंटरमीडिएट का रिजल्ट बनाने के लिए छात्रों को हाईस्कूल में मिले नंबरों से 50 प्रतिशत, 11वीं के अंकों से 40 प्रतिशत व 12वीं की आतंरिक परीक्षा में मिले 10 प्रतिशत अंकों से मूल्यांकन किया गया।