फेक न्यूज़ से इंटरनेट मीडिया पर उन्माद फैलाने की कोशिश, नैनीताल पुलिस ने दी चेतावनी

फेसबुक पर फर्जी न्यूज़ वायरल होने की घटनाओं पर सुप्रीम कोर्ट भी चिंता जता चुका है लेकिन ऐसे मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। हल्द्वानी शहर के एक इंटरनेट मीडिया ग्रुप में भी फेक न्यूज़ प्रसारित कर उन्माद फैलाने की कोशिश की जा रही थी!

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 06 Sep 2021 01:20 PM (IST) Updated:Mon, 06 Sep 2021 01:20 PM (IST)
फेक न्यूज़ से इंटरनेट मीडिया पर उन्माद फैलाने की कोशिश, नैनीताल पुलिस ने दी चेतावनी
फेक न्यूज़ से इंटरनेट मीडिया पर उन्माद फैलाने की कोशिश, नैनीताल पुलिस ने दी चेतावनी

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : फेसबुक पर फर्जी न्यूज़ वायरल होने की घटनाओं पर सुप्रीम कोर्ट भी चिंता जता चुका है, लेकिन ऐसे मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। हल्द्वानी शहर के एक इंटरनेट मीडिया ग्रुप में भी फेक न्यूज़ प्रसारित कर उन्माद फैलाने की कोशिश की जा रही थी, जिसमें पुलिस ने ग्रुप एडमिन को चेतावनी दी है।

फेसबुक ग्रुप में चल रही न्यूज़ के मुताबिक समुदाय विशेष के युवकों द्वारा लड़की से छेड़छाड़ व अपहरण का प्रयास किया गया। फिलहाल पुलिस की इंटरनेट मीडिया सेल ने इस न्यूज़ को फेक बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया है और इस संबंध में नैनीताल पुलिस के फेसबुक पेज पर चेतावनी भी जारी की गई है, जिसमें कहा गया है कि सम्मानित जनता से अपील है कि फेसबुक सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर एक झूठी सूचना प्रसारित की जा रही है कि नैनीताल जिले के कोटाबाग क्षेत्र में हिंदू युवती को यूपी मुरादाबाद के समुदाय विशेष के दो युवक जबरन वाहन में डालकर ले जा रहे हैं। सूचना मिलते ही बजरंग दल जिला संयोजक गुड्डू चौहान जी महेश भट्ट जी विमल जी सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं ने विधर्मियों को रंगे हाथ मौके पर ही धर दबोचा और जमकर खातिरदारी की।

विषय स्थानीय पुलिस के अंतर्गत पंजीकृत हो चुका है, की झूठी सूचना को फेसबुक में चलाया जा रहा है। उक्त घटना व फोटोग्राफ वर्ष 2016 के है। थाना कालाढूंगी में मुकदमा अपराध संख्या 44/16 धारा 354/ 366 आईपीसी मुकदमा पहले पंजीकृत हो चुका है व दो व्यक्तियों को निवासी काजीपुर टांडा बादली रामपुर को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। जिन्हें माननीय न्यायालय से सजा भी हो चुकी है। नैनीताल पुलिस की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल द्वारा लगातार सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म की मॉनिटरिंग की जा रही है। यदि किसी के द्वारा सोशल मीडिया पर झूठी सूचना को प्रचार प्रसार किया जाता है तो उस ग्रुप के एडमिन व व्यक्ति के विरूद्व तत्काल अभियोग पंजीकृत किया जाएगा।

सम्मानित जनता से अनुरोध है कि झूठी सूचनाओं पर तब तक ध्यान न दें जब तक सूचना की सही पुष्टि न हो। नैनीताल पुलिस की इस चेतावनी के बाद लोग तरह तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं जिसमें यह भी कहा जा रहा है कि घटना 2016 की है तो क्या हुआ सही तो है। फिलहाल पुलिस का कहना है कि पुराने मामलों को नए सिरे से प्रचारित करना उन्माद फैलाने की श्रेणी में आता है जिसमें संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

chat bot
आपका साथी