बिंदुखत्ता में सैनिक मिलन केंद्र बनाने की घोषणा पर ठोस कार्यवाही नहीं होने से भड़के पूर्व सैनिक भड़के

नैनीताल जिले के बिंदुखत्ता में सैनिक मिलन केंद्र बनाने की घोषणा पर ठोस कार्यवाही नहीं होने से पूर्व सैनिक भड़क उठे हैं। संगठन से जुड़े पूर्व सैनिकों ने यहां शहीद स्मारक में धरना देकर सरकार की उदासीनता पर आक्रोश जताया। इस दौरान राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गयी।

By Edited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 03:37 AM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 08:14 AM (IST)
बिंदुखत्ता में सैनिक मिलन केंद्र बनाने की घोषणा पर ठोस कार्यवाही नहीं होने से भड़के पूर्व सैनिक भड़के
पूर्व सैनिकों ने यहां शहीद स्मारक में धरना देकर सरकार की उदासीनता पर आक्रोश जताया।

लालकुआं, जेएनएन : नैनीताल जिले के बिंदुखत्ता में सैनिक मिलन केंद्र बनाने की घोषणा पर ठोस कार्यवाही नहीं होने से पूर्व सैनिक भड़क उठे हैं। संगठन से जुड़े पूर्व सैनिकों ने यहां शहीद स्मारक में धरना देकर सरकार की उदासीनता पर आक्रोश जताया। इस दौरान राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गयी। धरना स्थल पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष खिलाफ सिंह दानू ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 25 फरवरी 2018 को हल्द्वानी में आयोजित सैनिक सम्मान समारोह के दौरान बिंदुखत्ता में शहीद स्मारक के निकट सैनिक मिलन केंद्र बनाने की घोषणा की थी लेकिन आज तक इस दिशा में कोई ठोस प्रयास नहीं हुए।

पूर्व सैनिक लगातार मुख्यमंत्री, सांसद व विधायक के साथ ही अधिकारियों के दर पर दस्तक दे चुके हैं लेकिन सैनिक मिलन केंद्र के निर्माण के नाम पर सिर्फ राजनीति की जा रही है। सरकार की वादाखिलाफी चलते 15 अगस्त को शहीद स्मारक पर धरना प्रदर्शन का निर्णय लिया था लेकिन विधायक नवीन दुम्का ने एक महीने के अंदर सैनिक मिलन केंद्र बनाने की प्रक्रिया शुरू करने का आश्वासन देकर धरना रुकवा दिया। इधर एक माह से भी ज्यादा समय गुजरने के बाद भी कोई कार्यवाही नही की गई। जिससे पूर्व सैनिक काफी आहत हैं।

पूर्व सैनिकों ने बिंदुखत्ता को राजस्व गाव का दर्जा देने, गौला के किनारे मुक्तिधाम बनाने तथा क्षेत्र में प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र खोलने की माग भी की। चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अतिशीघ्र उनकी मागों को पूरा नहीं किया गया तो वह उग्र आदोलन को भी मजबूर होंगे। धरने में बलवंत दानू, हीरा सिंह भंडारी, गोविंद फुलारा, हयात सिंह, धमर्ेंद्र बिष्ट, राजेंद्र बिष्ट, हरीश डसीला, चंचल सिंह, प्रताप बिष्ट, खड़कनाथ, गोस्वामी, प्रकाश मिश्रा, चंचल सिंह, दलबीर सिंह, सुंदर सिंह खनका, गोविंद नेगी समेत अनेकों पूर्व सैनिक मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी