नगर निगम के गैरहाजिर 22 कर्मचारियों से मांगा स्पष्टीकरण, तीन दिन में देना होगा जवाब
नगर आयुक्त ने अलग-अलग अनुभागों में सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर छापा मारा। कर्मचारी कम दिखने पर उन्होंने उपस्थिति रजिस्टर तलब किया। जिसमें 22 कर्मचारियों के हस्ताक्षर नहीं मिले। इससे पूर्व 17 फरवरी को भी निरीक्षण के दौरान 28 कर्मचारी गायब थे।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : नगर निगम में ड्यूटी के नाम पर कर्मचारियों की लापरवाही के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। मंगलवार को नगर आयुक्त ने अलग-अलग अनुभागों में छापा मारा तो 22 लिपिक गायब मिले। इन सभी से स्पष्टीकरण तलब किया गया है।
निगम दफ्तर अपने निर्धारित समय पर खुला। बीते कई दिनों से ड्यूटी के नाम पर लापरवाही बरते जाने की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए नगर आयुक्त चंद्र सिंह मर्तोलिया ने अलग-अलग अनुभागों में सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर छापा मारा। कर्मचारी कम दिखने पर उन्होंने उपस्थिति रजिस्टर तलब किया। जिसमें 22 कर्मचारियों के हस्ताक्षर नहीं मिले। इससे पूर्व 17 फरवरी को भी निरीक्षण के दौरान 28 कर्मचारी गायब थे। जिनका वेतन काटने का आदेश दिया गया था, मगर इनमें से 12 कर्मचारी अवकाश पर चले गए थे। कर्मचारियों के इस लापरवाही भरे रवैये से नाराज नगर आयुक्त ने कार्यालय अधीक्षक श्याम सिंह खत्री को निर्देशित किया कि वे दोनों दिन अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई या वेतन कटौती सुनिश्चित करें। कार्यालय अधीक्षक खत्री ने बताया कि अनुपस्थित रहने वाले सभी 22 कर्मचारियों को तीन दिन के भीतर कारण स्पष्ट करने को कहा गया है। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो वेतन कटौती या अन्य दंडात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
रजिस्टर में हस्ताक्षर किए बिना घूमते रहे कर्मचारी
नगर निगम के सूत्रों की मानें तो अनुपस्थित मिले सभी कर्मचारी रजिस्टर तलब होने के बाद अपने-अपने दफ्तर पर पहुंच गए थे। ये सभी रजिस्टर में हस्ताक्षर करने के बजाय निगम परिसर में ही घूमते रहे। 17 फरवरी को अनुपस्थित मिले दस कर्मचारी मंगलवार को फिर गायब मिले।
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