आइटीआइ में खाली सीटें भरने की कवायद फिर शुरू, 16 जनवरी तक एडमिशन लेने का मौका
राज्य के आइटीआइ में पांच चरण की काउंसलिंग के बाद भी रिक्त रह गई सीटों को भरने की कवायद एक बार फिर शुरू हो गई है। इस बार इसे काउंसलिंग या अन्य कोई नाम देने के बजाय कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग ने वाक इन एडमिशन नाम दिया है।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : राज्य के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों पर पांच चरण की काउंसलिंग के बाद भी रिक्त रह गई सीटों को भरने की कवायद एक बार फिर शुरू हो गई है। इस बार इसे काउंसलिंग या अन्य कोई नाम देने के बजाय कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग ने 'वाक इन एडमिशन' नाम दिया है। इच्छुक युवा अपने पसंदीदा ट्रेड और आइटीआइ में 16 जनवरी तक दाखिला ले सकेंगे। इस बार केवल 68 फीसद दाखिले ही हो सके हैं।
2535 सीटें खाली
राज्य में वर्तमान में 79 सरकारी आइटीआइ संचालित हो रहे हैं। जिनमें एनसीवीटी (नेशनल काउंसल फार वोकेशनल ट्रेनिंग) के तहत 35 ट्रेड संचालित होते हैं। इन ट्रेडों में प्रवेश के लिए 8044 सीटें निर्धारित हैं। लेकिन चार चरणों की काउंसलिंग के बावजूद 5509 ही सीटें भर सकी है। जबकि, 2535 सीटें खाली हैं।
कम प्रवेश के चलते नहीं शुरू हो सका था सत्र
आइटीआइ में नया सत्र 22 नवंबर से शुरू होना था लेकिन, कम प्रवेश इसके आड़े आ गए थे। हालांकि बाद में कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार के डायरेक्टर जनरल आफ ट्रेनिंग (डीजीटी) ने यह तिथि बढ़ाकर 15 दिसंबर कर दी थी।
कटिंग एंड स्वीईंग ट्रेड नहीं आया रास
इस बार आइटीआइ में कम दाखिले की वजह बना है कटिंग एंड स्वीईंग ट्रेड। हल्द्वानी स्थित प्रशिक्षण निदेशालय के अफसरों की मानें जिस-जिस आइटीआइ में ये ट्रेड संचालित हो रहा है वहां इस बार 50 फीसद सीटें रिक्त हैं।
इन ट्रेडों मे सबसे अधिक दाखिले
फिटर, टर्नर, मशीनिस्ट, इलेक्ट्रिशियन, मैकेनिक, एयर कंडीशनिंग टेक्निशियन, ड्राफ्टमैन मैकेनिकल, ड्राफ्टमैन सिविल, इलेक्ट्रानिक्स मैकेनिक, वायरमैन, मैकेनिक मोटर व्हीकल, वैल्डर, कारपेंटर, सर्वेयर, मैकेनिक डीजल, मैकेनिक आटो बाडी रिपेयर, कंप्यूटर आपरेटर एंड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट जैसे ट्रेडों में इस बार युवाओं ने खासा दिलचस्पी ली है। इनमें से अधिकतर ट्रेडों में 95 फीसद से अधिक सीटों पर दाखिला लिया गया है।