ज्यादा खुशबू वाले परफ्यूम व डियो से करें परहेज, हार्ड केमिकल्स की होती है अधिकता
बदलते ट्रेंड के हिसाब से लोग हर बार नई किस्म का डियोड्रेंट और परफ्यूम लगाना बेहतर समझते हैं। लेकिन ये परफ्यूम त्वचा के लिए हानिकारक साबित हो रहे हैं।
हल्द्वानी, जेएनएन : गर्मियां आते ही परफ्यूम व डियो की डिमांड बढ़ जाती है। पसीने की दुर्गंध से बचने के लिए बाजार में कई तरह के डियो उपलब्ध हैं। बदलते ट्रेंड के हिसाब से लोग हर बार नई किस्म का डियोड्रेंट और परफ्यूम लगाना बेहतर समझते हैं। लेकिन ये परफ्यूम त्वचा के लिए हानिकारक साबित हो रहे हैं। ब्रांड बदलते रहने से शरीर में एलर्जी, अस्थमा, त्वचा पर छोटे-छोटे दाने व सांस की समस्या तक होने लगती है। एसटीएच में लगातार ऐसे मामले आ रहे हैं। दरअसल, लोकल परफ्यूम में खुशबू की मात्रा बढ़ाने के लिए अनहेल्दी केमिकल्स का प्रयोग किया जा रहा है, जिसकी वजह से शरीर में त्वचा संबंधी परेशानियां हो रही हैं। ऐसे में खासा सावधानी बरतने की जरूरत है।
ऐसे चुनें सही परफ्यूम परफ्यूम कलाई पर दस मिनट तक लगाएं। यदि उस भाग पर दस मिनट तक कोई खुजली या काला धब्बा नहीं पड़ता, तो यह त्वचा के अनुकूल है। परफ्यूम खरीदने से पहले यह जरूर चेक कर लें कि इसमें एसिड की मात्रा कितनी है। क्योंकि एसिड की मात्रा ज्यादा होने से खुजली व रैशेज आदि की समस्या हो सकती है। प्राकृतिक खुशबू वाले परफ्यूम अन्य की तुलना में बेहतर साबित होते है। हार्ड केमिकल्स से बने होने पर प्रयोग त्वचा की दिक्कत बढ़ती है।
लगाते समय रखें ध्यान
एक ही ब्रांड के परफ्यूम व डियो का प्रयोग करें। बार-बार ब्रांड को न बदलें। अगर दुकान से कोई नया परफ्यूम ले लिया है। तो पूरी बॉडी में लगाने से पहले कुछ हिस्से में लगाकर चेक करें। प्रयोग के बाद त्वचा में जलन, झनझनाहट महसूस होने पर इस्तेमाल करना छोड़ दें। कभी भी परफ्यूम को शरीर के खुले अंगों पर नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि इससे रिएक्शन होने का खतरा रहता है। तेज खुशबू वाले परफ्यूम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्योंकि कई बार ये सिर दर्द का कारण बन जाते हैं।ज्यादा खुशबू वाले डियो में हार्ड केमिकल्स की अधिकता होती है
डॉ. सौरभ अग्रवाल, चर्म रोग विशेषज्ञ ने बताया कि त्वचा सबसे ज्यादा सेंसेटिव होती है। ऐसे में परफ्यूम या डियो का प्रयोग त्वचा के अनुरूप ही करना चाहिए। ज्यादा खुशबू वाले डियो में हार्ड केमिकल्स की अधिकता होती है, जिससे त्वचा में जलन व रेशेज होने की आशंका होती है। दिक्कत आने पर लोग परामर्श को पहुंच रहे हैं।
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