पांच दिसंबर को हल्द्वानी में जुटेंगे कुमाऊं रेजीमेंट की सतवीर पलटन के पूर्व सैनिक

कुमाऊं रेजीमेंट की सातवीं बटालियन के पूर्व सैनिकों ने एकजुट होना शुरू कर दिया है। जिससे उनके सामने आने वाली समस्याओं का मिलकर समाधान किया जा सके। पूर्व सैनिकों ने पांच दिसंबर को हल्द्वानी में पुनर्मिलन समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 08:52 AM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 08:52 AM (IST)
पांच दिसंबर को हल्द्वानी में जुटेंगे कुमाऊं रेजीमेंट की सतवीर पलटन के पूर्व सैनिक
पांच दिसंबर को हल्द्वानी में जुटेंगे कुमाऊं रेजीमेंट की सतवीर पलटन के पूर्व सैनिक

हल्द्वानी, जेएनएन : कुमाऊं रेजीमेंट की सातवीं बटालियन के पूर्व सैनिकों ने एकजुट होना शुरू कर दिया है। जिससे उनके सामने आने वाली समस्याओं का मिलकर समाधान किया जा सके। पूर्व सैनिकों ने पांच दिसंबर को हल्द्वानी में पुनर्मिलन समारोह आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए कुमाऊं भर के सातवीं बटालियन के पूर्व सैनिकों से संपर्क कर आमंत्रित किया जा रहा है।

कुमाऊं रेजीमेंट का हमेशा स्वर्णिम इतिहास रहा है। हर युद्ध के इस रेजीमेंट के योद्धाओं ने दुश्मनों के दांत खट्टे किए हैं। इस रेजीमेंट में 21 बटालियन आती हैं। इन्हीं में एक है कुमाऊं रेजीमेंट की सातवीं बटालियन। इस बटालियन ने भी वर्ष 1971 में तीन दिसंबर से 16 दिसंबर तक पाकिस्तान के जंग लड़ी थी। बटालियन के जांबाजों ने पाकिस्तानी सैनिकों को उनकी सीमा के 50 किलोमीटर भीतर तक खदेड़ दिया था। इस युद्ध में कुछ जांबाजों ने अपने प्राणों की आहूति तक दी। भूतपूर्व सैनिक हुकुम सिंह ने बताया कि कुमाऊं रेजीमेंट की सातवीं बटालियन को सतवीर पलटन भी कहा जाता है।

सतवीर पलटन के कुमाऊं भर के पूर्व सैनिकों को एकजुट कर एक मंच में लाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए कुमाऊं भर के पूर्व सैनिकों से संपर्क शुरू कर दिया गया है। पांच दिसंबर को रामपुर रोड स्थित गन्ना सेंटर के समीप गैलेक्सी फार्म में एक पुनर्मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसमें भूतपूर्व सैनिक आकर एक-दूसरे के बारे में जानेंगे। कुमाऊं रेजीमेंट की सतवीर पलटन के कमान अधिकारी को भी इस पुनर्मिलन कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। इस दौरान पूर्व सैनिकों व आश्रितों की समस्याओं को उठाकर उनके समाधान के प्रयास शुरू किए जाएंगे।

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