चीन सीमा की इनर लाइन शिफ्ट करने को लेकर पूर्व सैनिक लामबंद, जौलजीबी करने की मांग

चीन सीमा की इनर लाइन को शिफ्ट किए जाने की मांग को लेकर क्षेत्रवासियों के साथ अब पूर्व सैनिक और वीर नारियां भी मुखर हो गई हैं। त्रिकोणीय अंतर्राष्ट्रीय सीमा की संवेदनशीलता का हवाला देते हुए पूर्व सैनिकों ने इसे महत्वपूर्ण मसला बताया है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 27 Jan 2021 02:12 PM (IST) Updated:Wed, 27 Jan 2021 02:12 PM (IST)
चीन सीमा की इनर लाइन शिफ्ट करने को लेकर पूर्व सैनिक लामबंद, जौलजीबी करने की मांग
चीन सीमा की इनर लाइन शिफ्ट करने को लेकर पूर्व सैनिक लामबंद, जौलजीबी करने की मांग

पिथौरागढ़, संवाद सहयोगी : चीन सीमा की इनर लाइन को शिफ्ट किए जाने की मांग को लेकर क्षेत्रवासियों के साथ अब पूर्व सैनिक और वीर नारियां भी मुखर हो गई हैं। त्रिकोणीय अंतर्राष्ट्रीय सीमा की संवेदनशीलता का हवाला देते हुए पूर्व सैनिकों ने इसे महत्वपूर्ण मसला बताया है। 

बलुवाकोट में जुटे पूर्व सैनिक और वीर नारियों ने बैठक की। जिसमें वक्ताओं ने कहा कि सीमांत क्षेत्र सुरक्षा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। पूर्व में इस क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए इनर लाइन जौलजीबी में रखी गई थी। बाहरी व्यक्तियों को इनर लाइन से आगे प्रवेश के लिए प्रशासनिक अनुमति जरूरी थी। बाद में इनर लाइन को छियालेक शिफ्ट कर दिया गया। इनर लाइन शिफ्ट कर दिए जाने से अब बाहरी व्यक्ति आसानी से सीमांत क्षेत्र में पहुंचने लगे हैं। पूर्व सैनिकों ने मांग की कि इनर लाइन को पूर्व जौलजीबी लाया जाए। 

पूर्व सैनिकों ने बलुवाकोट में आपदा में बहे सैनिक विश्राम गृह का पुनर्निर्माण कराने, बलुवाकोट में एलोपैथिक चिकित्सालय खोलने, उपनल के माध्यम से पूर्व सैनिकों के पाल्यों को तैनाती दिए जाने, कैंटीन सामग्री हर माह की पांच तारीख को दिए जाने की मांग बैठक में उठाई गई है। बैठक में तय हुआ कि 29  जनवरी तक उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं की गई तो 30 जनवरी को धारचूला एसडीएम कार्यालय में धरना- प्रदर्शन किया जाएगा।

chat bot
आपका साथी