नैनीताल में आक्सीजन सिस्टम से जुड़ा के बीडी पांडे अस्‍पताल का हर बेड

नैनीताल के बीडी पांडे अस्पताल की सुविधाओं में कोरोना काल के दौरान विस्तार हुआ है। अस्पताल में करीब 35 लाख की लागत से सेंट्रल आक्सीजन सिस्टम स्थापित किया गया है। जिससे अस्पताल के हर बैड को जोड़ दिया गया है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 10:21 AM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 10:21 AM (IST)
नैनीताल में आक्सीजन सिस्टम से जुड़ा के बीडी पांडे अस्‍पताल का हर बेड
नैनीताल में आक्सीजन सिस्टम से जुड़ा के बीडी पांडे अस्‍पताल का हर बेड

नैनीताल, जागरण संवाददाता : नैनीताल के बीडी पांडे अस्पताल की सुविधाओं में कोरोना काल के दौरान विस्तार हुआ है। अस्पताल में करीब 35 लाख की लागत से सेंट्रल आक्सीजन सिस्टम स्थापित किया गया है। जिससे अस्पताल के हर बैड को जोड़ दिया गया है। अस्पताल प्रबंधन ने सिस्टम शुरू कर मरीजों को इसका लाभ देना भी शुरू कर दिया है। वहीं अस्पताल में स्थापित आईसीयू का भी मरीज बढ़ चढ़ कर लाभ उठा रहे है।

बता दें कि शहर और समीपवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों के हजारों मरीज उपचार के लिए बीडी पांडे अस्पताल पर निर्भर है। रोजाना औसतन 300 मरीज उपचार के लिए यहा पहुँचते है। वही अस्पताल में सुविधाओं की कमी के चलते मरीजों को हायर सेंटर रेफर करना पड़ता है। मगर कोरोना काल मे अस्पताल की सुविधाओं में बढ़ोत्तरी हो रही है। 

बीते वर्ष शासन की ओर से अस्पताल में सेंट्रल आक्सीजन सिस्टम स्थापित करने के लिए बजट आवंटित किया गया था। जिसके बाद अब अस्पताल के हर बैड को ऑक्सीजन सिस्टम से जोड़ दिया गया है। पीएमएस डॉ केएस धामी ने बताया कि करीब 35 लाख की लागत से अस्पताल में सिस्टम स्थापित किया गया है। जिसके तहत अस्पताल के 63 बैड आक्सीजन सिस्टम से जोड़ दिए गए है। सिस्टम शुरू कर मरीजों को इसका लाभ देना शुरू कर दिया गया है। 

आईसीयू का मरीज बढ़चढ़ कर उठा रहे लाभ

कोरोना काल मे अस्पताल में आईसीयू भी स्थापित किया गया है। जिसका मरीज भी बढ़चढ़ कर लाभ उठा रहे है। डॉ धामी ने बताया कि पूर्व में गंभीर मरीजों को रेफर करना पड़ता था। मगर आईसीयू स्थापित होने के बाद अधिकतर मरीजों को अस्पताल में ही उपचार मिल पा रहा है।  बताया कि ऑपरेशन कराने वाले मरीज इसका सर्वाधिक लाभ उठा रहे है। 

अस्पताल का स्टाफ ही संचालित कर रहा आईसीयू

डॉ धामी ने बताया कि आईसीयू संचालन के लिए प्रशिक्षित स्टाफ की जरूरत होती है। स्टाफ की मांग के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। फिलहाल अस्पताल के स्टाफ को सुशीला तिवारी अस्पताल के विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण देकर ट्रेंड किया गया है। जिनके द्वारा आईसीयू का संचालन किया जा रहा है।

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