एबीसी सेंटर में उपकरण स्थापना को 38 लाख मिले, उपकरण के अभाव में छह माह से शुरू नहीं हो पाया था सेंटर
शासन ने सेंटर में उपकरण स्थापित करने के लिए 38 लाख रुपये जारी कर दिए हैं। छह माह पहले बनकर तैयार हो चुका सेंटर उपकरण के अभाव में शुरू नहीं हो पाया था। सेंटर के निर्माण में 46 लाख रुपये खर्च हुआ है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : लावारिस कुत्तों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने के लिए प्रस्तावित एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) सेंटर शुरू होने की उम्मीद जाग गई है। शासन ने सेंटर में उपकरण स्थापित करने के लिए 38 लाख रुपये जारी कर दिए हैं। छह माह पहले बनकर तैयार हो चुका सेंटर उपकरण के अभाव में शुरू नहीं हो पाया था। सेंटर के निर्माण में 46 लाख रुपये खर्च हुआ है।
उत्तराखंड शासन के प्रभारी सचिव विनय शंकर पांडेय ने शहरी विकास निदेशक के नाम जारी शासनादेश में कहा है कि धनराशि को तय मद में ही खर्च किया जाएगा। 31 मार्च, 2022 से पहले कार्य पूर्ण कर उपयोगिता प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना होगा। गुरुवार को नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया व सहायक अभियंता नवल नौटियाल ने नैनीताल स्थित एबीसी सेंटर का निरीक्षण कर उसके संचालन की स्थिति को देखा। पशु कल्याण बोर्ड के पैनल में पंजीकृत स्वयंसेवी संस्था को सेंटर संचालन का जिम्मा दिया जाना है। इस सेंटर से शहर में कुत्तों की संख्या कम होगी। लोगों को परेशानी नहीं होगी। आए दिन लोगों पर कुत्ते हमला कर काट देते हैं। ऐसे में लोगों को परेशानी होती है। ऊपर से रैबीज के इंजेक्शन आसानी से नहीं मिलते हैं।
ये होगा भवन में
ऑपरेशन थिएटर, दवाखाना, प्री ओटी, डाक्टर रूम, डॉग रूम होगा। ऊपरी मंजिल में ऑपरेशन सहायक कक्ष, किचन के साथ डॉग स्लाटर होंगे। सेंटर की क्षमता एक दिन में दस कुत्तों का ऑपरेशन करने की है।
मेनका चाहती हैं जल्द बने सेंटर
पशु अधिकारों के लिए काम करने वाली मेनका गांधी चाहती हैं कि एबीसी सेंटर जल्दी बने। पीपुल्स फॉर एनिमल्स (पीएफए) संस्था चलाने वाली मेनका सेंटर के निर्माण की प्रगति जानने के लिए कई बार फोन कर चुकी हैं।
नगर आयुक्त हल्द्वानी सीएस मर्तोलिया ने बताया कि एबीसी सेंटर में उपकरण स्थापित करने के लिए 38 लाख रुपये अवमुक्त करने का जीओ जारी हो गया है। उपकरण खरीद कर दो से तीन माह में सेंटर शुरू कराया जाएगा।
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