ऊधमसिंह नगर में मेगा एक्सपोर्ट्स कांक्लेव के माध्यम से निर्यात पर बढ़ावा के लिए उद्यमियों को किया प्रेरित

भारत सरकार से वाणिज्य डिपार्टमेंट के डिप्टी डायरेक्टर सुखवीर सिंह ने कहा कि इस बार देश का लक्ष्य निर्यात क्षेत्र में 400 बिलियन डॉलर का लक्ष्य रखा गया है। अप्रैल से अब तक 163 बिलियन का व्यापार निर्यात से किया जा चुका है। हर जनपद से एक प्रोडक्ट लिया जाएगा।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 11:00 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 11:00 PM (IST)
ऊधमसिंह नगर में मेगा एक्सपोर्ट्स कांक्लेव के माध्यम से निर्यात पर बढ़ावा के लिए उद्यमियों को किया प्रेरित
अब यहां से मेंथा और मूंज घास के बने प्रोडक्ट को निर्यात के लिए आगे लाया जाएगा।

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : निर्यात को बढ़ावा देने के लिए जिला उद्योग केंद्र एवं प्रशासन की ओर से होटल रेडिसन ब्लू में मेगा एक्सपोर्ट्स कांक्लेव कार्यक्रम में उद्यमियों को निर्यात के लिए प्रेरित किया गया। भारत सरकार से वाणिज्य डिपार्टमेंट के डिप्टी डायरेक्टर सुखवीर सिंह ने उद्यमियों को अपने प्रोडक्ट निर्यात करने के लिए आसान तरीके एवं तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराई। 

   देश इस समय आजादी का 75वां अमृत महोत्सव मना रहा है। इसी क्रम में शनिवार को जिला उद्योग केंद्र की आेर से जिले से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए मेगा एक्सपोर्ट्स कांक्लेव का आयोजन किया गया। इसमें जिले भर के वर्तमान एक्पोर्टर्स एवं जो अपने उत्पाद निर्यात करने के इच्छुक हैं उन्हें आमंत्रित किया गया था। इसमें रुद्रपुर की स्वयं सहायता समूह की महिलाएं भी शामिल रहीं। कारण कि यहां की महिलाएं मूज घास के बने उत्पाद बेहतरीन तैयार कर रही हैं। जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक सीएस बोहरा ने उद्योग एवं उत्पादन की रूपरेखा, निर्यात की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया।

भारत सरकार से वाणिज्य डिपार्टमेंट के डिप्टी डायरेक्टर सुखवीर सिंह ने कहा कि इस बार देश का लक्ष्य निर्यात क्षेत्र में 400 बिलियन डॉलर का लक्ष्य रखा गया है। अप्रैल से अब तक 163 बिलियन का व्यापार निर्यात से किया जा चुका है। हर जनपद से एक प्रोडक्ट लिया जाएगा। उसी उत्पाद के नाम से जिला जाना जाएगा। उधम सिंह नगर से अब तक ऑटोमोबाइल सेक्टर निर्यात क्षेत्र में ग्रो कर रहा है। अब यहां से मेंथा और मूंज घास के बने प्रोडक्ट को निर्यात के लिए आगे लाया जाएगा। इसी प्रकार अन्य जनपदों में भी कार्यक्रम किए जा रहे हैं ताकि निर्यात को बढ़ावा मिले। लोकल फॉर वोकल का जो नारा है अब लोकल प्रोडक्ट ग्लोबल होगा।

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