आज रात से हड़ताल पर जाएंगे ऊर्जा निगम के कर्मचारी, उपभोक्ताओं को झेलनी पड़ेगी मुसीबत
सोमवार रात 12 बजे बाद अगर बिजली से जुड़ा कोई संकट खड़ा होता है या अन्य कोई दिक्कत आई तो उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। लंबे सरकार द्वारा कोई आश्वासन नहीं मिलने पर ऊर्जा निगम की अलग-अलग यूनियनों में शामिल कर्मचारी व अफसर हड़ताल पर चले जाएंगे।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : सोमवार रात 12 बजे बाद अगर बिजली से जुड़ा कोई संकट खड़ा होता है या अन्य कोई दिक्कत आई तो उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। लंबे समय से चल रही मांगों के पूरा न होने और सरकार द्वारा कोई आश्वासन नहीं मिलने पर ऊर्जा निगम की अलग-अलग यूनियनों में शामिल कर्मचारी व अफसर हड़ताल पर चले जाएंगे।
ऊर्जा निगम के संयुक्त मोर्चा द्वारा पिछले कई दिनों से कर्मचारी व अफसरों को आंदोलन के लिए लामबंद किया जा रहा था। हल्द्वानी के मुख्य अभियंता कार्यालय में दो बार गेट मीटिंग का आयोजन किया गया। अन्य जगहों पर भी बैठक व प्रदर्शन का दौर चलता रहा। मोर्चे के शिष्टमंडल द्वारा शासन स्तर पर वार्ता की गई। मगर कोई समाधान नहीं हुआ। इसलिए आज रात 12 बजे से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो जाएगी।
हड़ताल में शामिल संगठन
उत्तराखंड पावर इंजीनियरिंग पॉवर एसोसिएशन, उत्तराखंड ऊर्जा कामगार संगठन, उत्तराखंड पॉवर जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन, हाइड्रो इलेक्ट्रिकल इंप्लाइज यूनियन, डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन, उत्तरांचल बिजली कर्मचारी संगठन, ऊर्जा आरक्षित वर्ग, उत्तराखंड विद्युत संविदा कर्मचारी संगठन व पॉवर लेखा संघ इस हड़ताल में शामिल होगी।
ऊर्जा निगम की मुख्य मांग एसीपी की व्यवस्था सीधी भर्ती की नियुक्ति की तिथि से 9, 14 व 19 वर्ष की सेवा पूरी होने पर पहले की भांति करने की मांग। सभी कार्मिकों की पुरानी पेंशन की बहाली को स्वीकृत दी जाए। उपनल व संविदाकॢमयों के नियमितीकरण की कार्यवाही पूर्ण होने तक विद्युत निगमों में उनके योगदान को देखते हुए स्पेशल भत्ता निर्धारित होना चाहिए। और हर साल न्यूनतम पांच प्रतिशत की वृद्धि की जाए।