हल्‍द्वानी से सटे ग्रामीण इलाकों में हाथियों ने फिर मचाया आतंक, दस एकड़ फसल रौंद डाला, ग्रामीणों को जान का खतरा

बरेली रोड स्थित पदमपुर देवलिया के लोग पांच दिनों से हाथियों के आतंक से परेशान हैं। गुरुवार रात जंगल से आबादी के बीच हाथियों को आने से रोकने के लिए बनाई सुरक्षा दीवार और टेनटेकल फेंसिंग को भी उन्होंने तोड़ दिया और रामपुर रोड की गुरुनानक कॉलोनी तक पहुंच गए।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 09:48 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 09:48 AM (IST)
हल्‍द्वानी से सटे ग्रामीण इलाकों में हाथियों ने फिर मचाया आतंक, दस एकड़ फसल रौंद डाला, ग्रामीणों को जान का खतरा
हल्‍द्वानी में हाथियों ने फिर मचाया आतंक, दस एकड़ फसल रौंद डाला, ग्रामीणों को जान का खतरा

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : बरेली रोड स्थित पदमपुर देवलिया गांव के लोग पांच दिनों से हाथियों के आतंक से परेशान हैं। गुरुवार रात जंगल से आबादी के बीच हाथियों को आने से रोकने के लिए बनाई सुरक्षा दीवार और टेनटेकल फेंसिंग को भी उन्होंने तोड़ दिया और रामपुर रोड की गुरुनानक कॉलोनी तक पहुंच गए। इसके बाद चार हाथी खेतों में धान व गन्ने की फसल को रौदते रहे। काश्तकारों के मुताबिक अब तक 10 एकड़ फसल को नुकसान पहुंच चुका है। रात भर जगने के बावजूद लोगों में दहशत कम नहीं हो रही।

हल्द्वानी में हाथियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। मानपुर पूर्व गांव में दो दिन पहले हाथियों ने धान की फसल को नुकसान पहुंचाया था। अब पदमपुर देवलिया गांव में भी आवाजाही शुरू कर दी है। ग्रामीणों के मुताबिक आनंद भट्ट, मुरलीधर भट्ट, जीवन जोशी, हेम चंद्र दुर्गापाल, रमेश जोशी, नारायण चंद्र जोशी आदि के खेत आपस से सटे हुए हैं। पांच दिन से हाथी जंगल से खेतों में पहुंच धान व गन्ने की फसल को चौपट करने में तुले हैं। गुरुवार रात तो उन्होंने सुरक्षा दीवार तोड़कर फेंसिंग को टिकाने के लिए लगाए खंबे भी धराशाई कर दिए।

सुबह खेतों में हुए नुकसान को दिखा रही महिलाओं में वन विभाग के प्रति खासा आक्रोश था। उनका कहना था कि अफसर उनकी समस्या को गंभीरता नहीं लेते। अब आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा। रामपुर रोड की गुरुनानक कॉलोनी में भी हाथी रातभर उत्पात मचाता रहा। इससे लोग पूरी रात दहशत में रहे। वहीं, हल्द्वानी रेंजर उमेश चंद्र आर्य ने बताया कि सूचना पर सुबह टीम के साथ गांव पहुंचे थे। रोज रात साढ़े आठ बजे टीम इलाके में गश्त करेगी। हाथी बचाव को बनाई दीवार व फेंसिंग की जल्द मरम्मत होगी।

ग्राम प्रधान रमेश चंद्र जोशी का कहना है कि सूचना पर वन विभाग की टीम गांव पहुंच तो रही है लेकिन उनके पास हाथियों को भगाने के संसाधन नहीं है। जल्द समस्या का समाधान नहीं होने पर डीएफओ दफ्तर में धरना दिया जाएगा। स्थानीय काश्तकार हेम चंद्र दुर्गापाल ने बताया कि फसल नुकसान के साथ हाथियों की दस्तक जान के लिए भी खतरा बन सकती है। हमें समस्या का स्थायी समाधान चाहिए। कड़ी मेहनत से तैयार की गई फसल की बर्बादी कब तक देखे।

chat bot
आपका साथी