कॉर्बेट नेशनल पार्क में अब सावन को गश्‍त के लिए किया जाएगा तैयार, महावत कर रहे हैं ट्रेंड

कॉर्बेट नेशनल पार्क प्रशासन अपने प्‍यारे और नटखट हाथी सवान को अब गश्‍त पर जाने के लिए तैयार कर रहा है। महावतों ने उसे ट्रेंड करना भी शुरू कर दिया है। जल्‍द ही उसे जंगल में ले जाकर गश्‍त के तौर तरीकों से भी परिचि‍त कराया जाएगा।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 09:00 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 05:31 PM (IST)
कॉर्बेट नेशनल पार्क में अब सावन को गश्‍त के लिए किया जाएगा तैयार, महावत कर रहे हैं ट्रेंड
कॉर्बेट नेशनल पार्क में अब सावन को गश्‍त के लिए किया जाएगा तैयार, महावत कर रहे हैं ट्रेंड

संवाद सूत्र, रामनगर : कॉर्बेट नेशनल पार्क प्रशासन अपने प्‍यारे और नटखट हाथी सवान को अब गश्‍त पर जाने के लिए तैयार कर रहा है। महावतों ने उसे ट्रेंड करना भी शुरू कर दिया है। जल्‍द ही उसे जंगल में ले जाकर गश्‍त के तौर तरीकों से भी परिचि‍त कराया जाएगा। बता दें कि सावन अब तीन साल का हो गया है। सोमवार को हर साल की तरह इस बार भी सीटीआर प्रशासन ने उसका जन्‍मदिन धूमधाम से मनाया। सावन के लिए 130 किलो का केक तैयार किया गया था। वन्‍यजीवों के प्रति ऐसे प्रेम और उनके संरक्षण के साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए करॅर्बेट प्रशासन के इस कदम की जमकर तारीफ हो रही है।

बर्थडे पर गश्‍त पर निकली थी मां

सावन का जन्मदिन हर साल की तरह इस बार भी धूमधाम से मनाया गया। समारोह के दौरान विभागीय अधिकारी, कर्मचारी व बच्चे और सावन के साथ कॉर्बेट के अन्‍य हाथी जिनमें कपिला, गजराज, गंगा भी मौजूद रहे। लेकिन इस बार उसके जन्‍मदिन समारोह में मां कंचंभा नजर नही आई। दरअसल उसे जंगल में महावत गश्‍त के लिए ले गया था। हालांकि मां के न होने के बावजूद सावन मस्‍त होकर केक खाने में व्‍यस्‍त रहा।

आगे का सफर सावन को खुद तय करना होगा

बच्चे से मां के अलग रहने की वजह बताते हुए कॉर्बेट प्रशासन ने कaहा कि अब सावन तीन साल का हो गया है। उसे अब गश्त के लिए तैयार किया जा रहा है। इसके लिए उसे अब महावतों द्वारा जंगल में गश्त के तौर तरीकों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। सावन की मां कंचंभा को झिरना में गश्त के लिए भेजा गया है। अब सावन को अपनी मां से अलग रहकर अकेले ही अपनी जिंदगी का सफर तय करना होगा।

पहले शंभू था सावन का ना

कार्बेट टाइगर रिजर्व में 2017 में कर्नाटक से नौ हाथियों को कार्बेट पार्क लाया गया था। इनमें कंचंभा नाम की हथिनी कर्नाटक से ही गर्भवती थी। कार्बेट आकर गर्भवती हथिनी ने दो अगस्त 2018 में कालागढ़ हाथी कैंप में नर बच्चे को जन्म दिया था। तब कार्बेट प्रशासन ने पूजा अर्चना कर नर बच्चे का नाम भगवान शिव के नाम पर शंभु रखा था। लेकिन कुछ ही दिन में विभाग ने उसका नाम बदलकर सावन रख दिया था।

सीटीआर ने बनाया फेसबुक पेज

कार्बेट टाइगर रिजर्व का नन्हा हाथी सावन अब सोशल मीडिया पर लोगों को नजर आएगा। सीटीआर ने तीन साल के हाथी के बच्चे सावन का फेसबुक पेज बनाया है। हालांकि अभी तक कोई प्रतिक्रिया सावन के फेसबुक पेज पर नहीं आई है।

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