बीट वॉचर की पत्नी को हाथी ने सूंड से पटक मार डाला, वन विभाग के खिलाफ ग्रामीणों रोष

तेंदुए के बाद अब हाथी ने भी अपना आतंक दिखा दिया है। सोमवार सुबह गौलापार के सीतापुर ठिठोला गांव में घर से कुछ दूरी पर खड़ी बुजुर्ग महिला पर हाथी ने अचानक से हमला कर दिया।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 10:38 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 06:12 PM (IST)
बीट वॉचर की पत्नी को हाथी ने सूंड से पटक मार डाला, वन विभाग के खिलाफ ग्रामीणों रोष
बीट वॉचर की पत्नी को हाथी ने सूंड से पटक मार डाला, वन विभाग के खिलाफ ग्रामीणों रोष

हल्द्वानी, जेएनएन : गौलापार में जंगल से सटे गांव में टस्कर ने एक बुजुर्ग महिला पर हमला बोल मौत के घाट उतार दिया। मृतका का पति वन विभाग में बीट वॉचर (दैनिक श्रमिक) के पद पर नौकरी करता है। अक्रामक प्रवृत्ति के माने जाने वाले टस्कर हाथी ने अचानक मक्के के खेत से निकलकर उस पर हमला किया था। सूचना पर पुलिस व वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई थी। पोस्टर्माटम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।

फॉरेस्ट अफसरों के मुताबिक किशनपुर रेंज में बतौर बीट वॉचर नौकरी करने वाले त्रिलोक राम परिवार सहित गौलापार की सीतापुर ग्राम पंचायत के हरिपुर ठिठोला में रहता है। यह इलाका जंगल से सटा हुआ है। फसल के लालच में अक्सर हाथियों का मूवमेंट यहां रहता है। सोमवार सुबह साढ़े पांच बजे करीब बीट वाचर की पत्नी पार्वती देवी (62) घर से करीब बीस-तीस मीटर की दूरी पर खेतों के पास खड़ी थी। तभी मक्के की फसल से निकले टस्कर ने उसे सूंड से उठाकर जमीन पर पटक दिया। जिससे महिला की मौके पर मौत हो गई। इधर, सूचना पर चोरगलिया एसओ संजय जोशी और रेंजर गौला आरपी जोशी टीम के साथ गांव पहुंच गए। हमलावर हाथी को ढूंढने का प्रयास भी किया गया, लेकिन तब तक वह जंगल लौट चुका था। वहीं, रेंजर आरपी जोशी ने बताया कि जल्द परिवार को मुआवजा राशि दे दी जाएगी। वहीं, वनकर्मियों को आबादी के आसपास गश्त के निर्देश दिए गए हैं। 

नंधौर में बीट वॉचर को मारा था

गौलापार के गांवों में हमेशा से हाथियों का आतंक रहा है। मक्का व गन्ने के लालच में हाथी आबादी में दस्तक देता है। 17 जून को नंधौर रेंज के जंगल में गश्त कर रहे बीट वॉचर भुवन राम को भी हाथी ने मार दिया था। वहीं, सोमवार को टस्कर द्वारा हमला करने से ग्रामीण भी डरे हुए हैं। उन्होंने बताया कि पूर्व में शौचालय व झोपडिय़ों को भी हाथी क्षतिग्रस्त कर चुका है।

शौचालय-झोपड़ी भी तोड़ चुका

गौलापार निवासी प्रकाश बिष्ट ने बताया कि सीतापुर क्षेत्र में हाथियों का आतंक हमेशा रहता है। इससे पूर्व हाथी शौचालय व झोपड़ी को भी तोड़ चुका है। वहीं, घटना के बाद हाथी दोबारा जंगल की तरफ लौट गया। अब डर इस बात का है कि वो दोबारा आबादी में न लौट आए।

हल्द्वानी की हर दिशा में खौफ

बजूनिया हल्दू में गुलदार का मूवमेंट, सोनकोट में तेंदुए के हमले में महिला की मौत, देवलचौड़ में दस दिन से गुलदार का डर। इसके अलावा गौलापार व शीशमहल क्षेत्र में भी गुलदार को देखा गया। यानी पिछले बीस दिन में शहर की हर दिशा में वन्यजीवों की वजह से इंसान खौफ में जी रहे हैं।

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