ओखलढूंगा में अतिवृष्टि में बहे बिजली के पोल व पानी के पाइप

बेतालघाट व कोटाबाग ब्लॉक की सीमा पर स्थित ओखलढूंगा गाव के वाशिदों के समाने आपदा जैसी स्थिति बन गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 05:00 AM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 05:00 AM (IST)
ओखलढूंगा में अतिवृष्टि में बहे बिजली के पोल व पानी के पाइप
ओखलढूंगा में अतिवृष्टि में बहे बिजली के पोल व पानी के पाइप

संवाद सूत्र, गरमपानी : बेतालघाट व कोटाबाग ब्लॉक की सीमा पर स्थित ओखलढूंगा गाव के वाशिदों ने बीती रात मूसलधार बारिश के कारण दहशत में रात गुजारी। दूसरे दिन सुबह नुकसान का एहसास हुआ। यहां मूसलधार बारिश से जगह-जगह खेत रोखड़ में तब्दील हो चुके हैं। पेयजल व्यवस्था ठप है। सड़क जगह-जगह ध्वस्त है। देर शाम बमुश्किल विद्युत आपूर्ति सुचारू हो सकी है।

ओखलढूंगा गाव में बीते शुक्रवार रात मूसलधार बारिश के बाद बादल फटने जैसे हालात पैदा हो गए थे। गाव के आसपास बरसाती गधेरे उफान पर आ गए थे। रात भर दहशत में गुजारने के बाद सुबह चारों ओर मलबा देख ग्रामीण परेशान हो गए। क्षेत्र पंचायत सदस्य नंदन सिंह के अनुसार भैसकिला तथा डौन गधेरे ने गाव में खूब तबाही मचाई है। बिजली के पोल ध्वस्त हो चुके हैं। पेयजल पाइप बरसाती गधेरे में बहकर कोसी नदी तक पहुंच गए हैं। करीब 30 परिवारों के खेतों में मलबा भर गया है, जिससे धान, मंडुवा, भट्ट, गडेरी की उपज बर्बाद हो गई है। बेतालघाट-ओखलढूंगा-रामनगर मार्ग जगह-जगह ध्वस्त है। कई जगह सड़क का पता ही नहीं है। इससे ग्रामीणों में अभी भी दहशत है। क्षेत्र पंचायत सदस्य के अनुसार भैसकिला गधेरे से अभी भी आठ परिवारों को खतरा बना हुआ है। जबकि डौन गधेरे से पूरा गाव प्रभावित हो सकता है। हालात बिगड़ने के बावजूद किसी जिम्मेदार अधिकारी के गाव में न पहुंचने और नुकसान का जायजा न लेने पर ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने संबंधित विभागों पर गाव की उपेक्षा किए जाने का आरोप भी लगाया है। और जल्द कोई सुधार न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

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