फसलों को सूखे से बचाएगा ड्रिप इरिगेशन, आवेदन करें मिलेगी 80 फीसद सब्सिडी

इस साल बारिश न होने के कारण किसानों की फसलें सब्जियां बरबाद हो गई हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में सीढ़ीदार खेती के लिए बारिश के पानी के अलावा और कहीं से पानी की व्यवस्था करना टेढ़ी खीर साबित होता है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 09:03 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 09:05 AM (IST)
फसलों को सूखे से बचाएगा ड्रिप इरिगेशन, आवेदन करें मिलेगी 80 फीसद सब्सिडी
फसलों को सूखे से बचाएगा ड्रिप इरिगेशन, आवेदन करें मिलेगी 80 फीसद सब्सिडी

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : इस साल बारिश न होने के कारण किसानों की फसलें, सब्जियां बरबाद हो गई हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में सीढ़ीदार खेती के लिए बारिश के पानी के अलावा और कहीं से पानी की व्यवस्था करना टेढ़ी खीर साबित होता है। जबकि, मैदानी क्षेत्रों में सिंचाई नहर आदि से पानी की व्यवस्था करने में समय और धन दोनों का खर्च बढ़ जाता है। ऐसे में वर्तमान तकनीकी युग में ड्रिप इरिगेशन के जरिए सिंचाई की समस्या से निजात मिल सकती है। यदि आप भी किसान हैं और अपनी फसलों को सूखे से बचाना चाहते हैं तो इसमें आपकी मदद ड्रिप इरिगेशन करेगा।

जल्द करें आवेदन

उद्यान विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश न होने के कारण अक्सर फसल सूख जाती है। ऐसे में यहां के किसानों के लिए यह तकनीक मुफीद साबित होगी। बताया कि विभाग की ओर से ड्रिप इरिगेशन के लिए आवेदन मांगे गए हैं। यदि कोई किसान इस योजना का लाभ उठाना चाहता है तो वह अपने उद्यान सचल केंद्र के जरिए आवेदन कर सकेगा।

80 फीसद सब्सिडी देगा विभाग

जिला उद्यान अधिकारी भावना जोशी ने बताया कि संबंधित योजना के तहत चयनित किसानों को विभाग की ओर से 80 फीसद सब्सिडी दी जाएगी। जिससे वह ड्रिप इरिगेशन में प्रयुक्त होने वाला सामान और उपकरण खरीद सकेगा।

यह होता है ड्रिप इरिगेशन

ड्रिप इरिगेशन को बूंद-बूंद सिंचाई भी कहा जाता है। इसके तहत प्लास्टिक के छोटे-छोटे पाइप का जाल खेत में फैलाया जाता है। जिसके जरिए पानी बूंद-बूंद कर पौंधों की जड़ तक पहुंचता है।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी