हल्द्वानी में शहर से लेकर गांव तक आठ घंटे बिजली संकट, जनजीवन अस्तव्यस्त

रामपुर रोड बरेली रोड से लेकर कृषि पट्टी गौलापार-चोरगलिया के हाल बुरे हैं। कुछ जगहों पर आठ घंटे तक आपूर्ति ठप हो रही है। वहीं जीतपुर नेगी में गुरुवार शाम पांच बजे तक पांच बार लाइट जा चुकी थी। बिजली के अभाव में पानी आपूर्ति भी चरमरा जाती है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 11:44 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 11:44 PM (IST)
हल्द्वानी में शहर से लेकर गांव तक आठ घंटे बिजली संकट, जनजीवन अस्तव्यस्त
दस दिन में आठ नलकूप वोल्टेज के चक्कर में नहीं चल सके। जिससे समस्या और बढ़ गई है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: शहर और ग्रामीण क्षेत्र के लोग इन दिनों बिजली संकट की वजह से परेशान हैं। रामपुर रोड, बरेली रोड से लेकर कृषि पट्टी गौलापार-चोरगलिया के हाल बुरे हैं। कुछ जगहों पर आठ घंटे तक आपूर्ति ठप हो रही है। वहीं, जीतपुर नेगी में गुरुवार शाम पांच बजे तक पांच बार लाइट जा चुकी थी। बिजली के अभाव में पानी आपूर्ति भी चरमरा जाती है। पिछले दस दिन में आठ नलकूप वोल्टेज के चक्कर में नहीं चल सके। जिससे समस्या और बढ़ गई है।

गर्मी में बिजली का संकट आफत बना है। उमस के बीच लाइट जाने से लोग पसीने से तर-बतर हो रहे हैं। आम लोगों के अलावा कारोबारी भी इस समस्या को झेल रहे हैं। ऊर्जा निगम कभी बारिश तो कमी तकनीकी फॉल्ट की आड़ ले रहा है। जबकि कई इलाकों में पावर क्षमता बढ़ाने तो कहीं लाइन बदलने की जरूरत है, मगर कोई सुध लेने को तैयार नहीं। रामपुर रोड स्थित जीतपुर नेगी कॉलोनी के लोगों का यह तक आरोप है कि संबंधित अधिकारी बिजली दिक्कत होने पर उनके क्षेत्र के लोगों का फोन ही नहीं उठाते।

चोरगलिया में अफसरों के खिलाफ मोर्चा

चोरगलिया के ग्रामीण बिजली संकट से परेशान हो चुके हैं। गुरुवार को महिलाओं संग बैठक कर ऊर्जा निगम के खिलाफ आंदोलन का एलान किया गया। ग्रामीणों ने चेताया कि तीन दिन में आपूर्ति सुचारू नहीं होने पर क्षेत्र के सभी लोग दफ्तर का घेराव कर आमरण अनशन शुरू कर देंगे।

बैठक में स्थानीय निवासी भुवन पोखरिया ने कहा कि एक माह से चोरगलिया की जनता ऊर्जा निगम के रवैये से परेशान है। दिन और रात दोनों वक्त घंटों बिजली जाती है। लाइन ट्रिप होने से फ्रिज, कूलर, टीवी, पंखे आदि बिजली उपकरण तक फुंक चुके हैं। नलकूप से लेकर घरों में फिट पानी की मोटर के जवाब देने से जल संकट झेलना पड़ता है। मुख्य लाइनों के इंसुलेटर खराब होने पर भी बदलने का प्रस्ताव शासन को न भेजा जाना और शर्मनाक है। बैठक में पार्वती देवी, रजनी देवी, सुनीता लटवाल, गीता देवी, चम्पा मेहता, ममता देवी, आनंदी देवी, कमला पोखरिया, नीमा बिष्ट, कन्हैया कुकरेती, दीवान बिष्ट, खीम टम्टा, रमेश वारियाल, नंदकिशोर परगांई, बलजीत सिंह मिनहास, दिनेश चौसाली, दान सिंह बिष्ट, राजेंद्र भट्ट आदि मौजूद थे।

लोगों ने बताई समस्या

बिजली की समस्या से जूझते हुए महीनों हो चुके हैं। रोज कई बार बिजली जाती है। गुरुवार को भी पांच बार कटौती हुई। अफसरों को दिक्कत समझनी चाहिए।

मोनिका आर्य, जीतपुर नेगी कॉलोनी

गर्मी के मौसम में बिजली कटौती नासूर बन चुकी है। ऊर्जा निगम के अधिकारी शिकायत को गंभीरता से नहीं लेते। जिससे दिक्कत और बढ़ जाती है।

सोनिका आर्य, जीतपुर नेगी कॉलोनी

कटौती के साथ लो-वोल्टेज गौलापार की बड़ी समस्या बन चुकी है। नलकूपों के ठप होने पर पानी आपूर्ति भी बंद। महकमे को परेशानी बता-बताकर थक चुके हैं।

हीरा सिंह बिष्ट, प्रधान नवाड़खेड़ा

पनियाली की इस कॉलोनी के 15-20 परिवार लो-वोल्टेज की समस्या से परेशान है। बिजली उपकरण चल नहीं पाते। कॉलोनी में पावर बढ़ाने की जरूरत है।

दीपक सुयाल, निवासी रूचिका विहार

बरेली रोड के दुम्काबंगर बच्चीधर्मा, दौलिया व हल्दूचौड़ दीना गांवों में कटौती व लो-वोल्टेज समस्या बन चुके हैं। आपूर्ति प्रभावित होने से नलकूप भी ठप होते हैं।

रुकमणी नेगी, अध्यक्ष प्रधान संगठन

आवास-विकास क्षेत्र में हाईटेंशन लाइनें पेड़ों के बीच से निकल रही है। पोलों पर लगे होर्डिंग स्ट्रीट लाइट को बाधित कर रहे हैं।

बीडी कांडपाल, सेवानिवृत्त सैन्य अफसर

बिजली समस्या का मामला संज्ञान में नहीं है। ऊर्जा निगम के अफसरों से इस संबंध में बात कर निर्देश जाएंगे।

बंशीधर भगत, शहरी विकास मंत्री

व्यवस्था सुधारने की बजाय सरकार का फोकस बिजली दर बढ़ाने पर है। फ्री बिजली सिर्फ जुमला है। सरकार कटौती से ही निजात दिला दे। स्थिति न सुधरने पर आंदोलन करेंगे।

महेश शर्मा, प्रदेश महामंत्री कांगेस

अफसरों का जवाब

33 केवीए लाइन में दिक्कत होने के साथ ट्रांसफार्मर में दिक्कत आई थी। चेक कराने पर पता चला कि ट्रांसफार्मर खराब हो गया। आज उसे ठीक कराया जाएगा।

चंदन सिंह, ईई सितारगंज

कुछ जगहों पर तकनीकी मरम्मत के लिए बिजली कटौती हुई थी। रामपुर रोड के जीतपुर नेगी में लगातार कट के मामले को दिखाया जाएगा।

डीडी पांगती, ईई, ग्रामीण हल्द्वानी

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