लगातार बारिश से पहाड़ पर पानी का संकट, आठ पेयजल योजनाएं सिल्ट और गाद भरने से ठप

लगातार हुई बारिश से चंपावत जिले में लोहाघाट व बाराकोट विकास खंड की आठ पेयजल योजनाएं सिल्ट और गाद भर जाने से बंद हो गई हैं। इससे ग्रामीण इलाकों में पेयजल संकट पैदा हो गया है। बंद योजनाओं में दो लिफ्ट तथा छह ग्रेविटी योजनाएं शामिल हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 12:21 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 12:21 PM (IST)
लगातार बारिश से पहाड़ पर पानी का संकट, आठ पेयजल योजनाएं सिल्ट और गाद भरने से ठप
लगातार बारिश से पहाड़ पर पानी का संकट, आठ पेयजल योजनाएं सिल्ट और गाद भरने से ठप

चम्पावत, जागरण संवाददाता : लगातार हुई बारिश से चंपावत जिले में लोहाघाट व बाराकोट विकास खंड की आठ पेयजल योजनाएं सिल्ट और गाद भर जाने से बंद हो गई हैं। इससे ग्रामीण इलाकों में पेयजल संकट पैदा हो गया है। बंद योजनाओं में दो लिफ्ट तथा छह ग्रेविटी योजनाएं शामिल हैं। जल संस्थान दो दिन से गाद की सफाई में जुटा है। इधर बारिश के कारण कई योजनाओं से नलों में मटमैला पानी आ रहा है। बारिश से चम्पावत जिला मुख्यालय की चार पेयजल योजनाएं भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

योजनाओं के मुहाने पर बारिश से बहकर आई मिट्टी तथा सिल्ट भरने से लोहाघाट विकास खंड की सुई तथा चौड़ी पंपिंग योजना के साथ बनस्वाड़, पीपल मडलक, बाराकोट विकास खंड की रैघांव तड़ीगांव, सलना ईजड़ा ग्रेविटी योजनाएं बंद हो गई हैं। पानी की सप्लाई न होने से संबंधित क्षेत्रों में पिछले तीन दिन से पेयजल संकट पैदा हो गया है। जल संस्थान के कर्मचारी लगातार गाद और सिल्ट की सफाई में जुटे हुए हैं। सबसे अधिक परेशानी लिफ्ट योजना के पाइपों में जमा गाद को साफ करने में हो रही है। इसके अलावा इन योजनाओं के स्टोरेज टैंकों में भी मिट्टी भर गई है। इधर चम्पावत जिला मुख्यालय की चार पेयजल लाइनें भी बारिश से क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

जल संस्थान चम्पावत के अपर सहायक अभियंता परमानंद पुनेठा ने बताया कि ललुवापानी, छतार, डडाबिष्ट, पुनेठी ताराचौड़ को पानी की सप्लाई करने वाली पाइप लाइन बारिश से क्षतिग्रस्त हो गई है। पाइल लाइन की मरम्मत की जा रही है। बताया कि गुरुवार की शाम तक सभी लाइनों की मरम्मत कर पेयजलापूर्ति सुचारू कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पूल्ड आवास और रौ-खेत योजना के टैंकों में गाद भर गई थी जिसकी सफाई कर पानी की आपूर्ति बहाल कर दी गई है। इधर जल स्रोतों में मिट्टी भरने से अधिकांश योजनाओं से नलों में मटमैला पानी आने लगा है, जिससे लोगों को परेशानी का सामान करना पड़ रहा है।

अपर सहायक अभियंता, जल संस्थान लोहाघाट पवन बिष्ट ने बताया कि अत्यधिक बारिश से लोहाघाट एवं बाराकोट क्षेत्र की सात पेयजल योजनाओं के मुख्य स्रोत में गाद और सिल्ट भर गया है। इसकेकारण दो लिफ्ट योजनाएं और पांच ग्रेविटी योजनाएं काम नहीं कर पा रही हैं। गाद की सफाई का काम तेजी से चल रहा है। बारिश नहीं हुई तो गुरुवार की शाम तक अधिकांश योजनाओं को सुचारू कर दिया जाएगा।

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