अल्मोड़ा में भारी बारिश से द्वाराहाट कर्णप्रयाग हाईवे चार घंटे ठप, बही कार, बाल-बाल बचे यात्री

ग्रामीणों ने लोनिवि की कार्यप्रणाली पर रोष जताया है। कहा कि सूचना देने के बावजूद विभाग मरम्मत का कार्य समय रहते नहीं करवा सका। इस बारिश के कारण द्वाराहाट-रानीखेत मोटरमार्ग में मलबा आ जाने से यातायात करीब चार घंटे बंद रहा।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 04:10 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 04:10 PM (IST)
अल्मोड़ा में भारी बारिश से द्वाराहाट कर्णप्रयाग हाईवे चार घंटे ठप, बही कार, बाल-बाल बचे यात्री
भारी बारिश में लोग घरों से बाहर निकलने को विवश हुए।

जागरण संवाददाता, द्वाराहाट (अल्मोड़ा) : शनिवार की सुबह मूसलधार बारिश में करीब पांच माह पूर्व बनी बिंता आईटीआई रोड दरक गई। करीब 50 मीटर दीवार भरभराकर लोगों के मकानों में गिर पड़ी। भारी बारिश में लोग घरों से बाहर निकलने को विवश हुए। करीब आधा दर्जन आवासीय मकानों को नुकसान पहुंचा है। ग्रामीणों ने लोनिवि की कार्यप्रणाली पर रोष जताया है। कहा कि सूचना देने के बावजूद विभाग मरम्मत का कार्य समय रहते नहीं करवा सका। इस बारिश के कारण द्वाराहाट-रानीखेत मोटरमार्ग में मलबा आ जाने से यातायात करीब चार घंटे बंद रहा।

बिंता आईटीआई के लिए स्वीकृत सड़क के कार्य गत जनवरी में पूरा हुआ। ग्रामप्रधान हिमानी कैड़ा ने बताया कि कार्य की गुणवत्ता पर तब सवाल भी उठाए गए थे। लेकिन उन्हें अनसुना कर दिया गया। सड़क और दीवरों में पड़ी दरारों के बारे में विभाग को सूचना दिए जाने के बाद करीब सप्ताह पूर्व अधिकारियों ने निरीक्षण तो किया, मगर मरम्मत के नाम पर आश्वासन दे गए।

शनिवार को करीब 50 मीटर दीवार लोगों के मकानों में गिर गई। जिस कारण ग्रामीण खौफजदा हो उठे। इस घटना में उत्तम सिंह, बृजमोहन सिंह कैड़ा, ठाकुर सिंह, हरीश कैड़ा, पूरन सिंह, मोहन सिंह कैड़ा आदि के मकान मलबे से पट गए और दीवारों को क्षति पहुंची है। उधर मल्ली मिरई के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी मलबा आ जाने के कारण यातायात करीब चार घंटे बाधित रहा। बाद में इसे खोल दिया गया।

बिनसर नदी में बही कार, बाल बाल बचे लोग 

भकूना गांव (ताकुला ब्लॉक) में अतिवृष्टिï के बाद बिनसर नदी उफान पर आ गई। देखते ही देखते बाढ़ से हालात बन गए। नदी के वेग मेें उधर से गुजर रही कार ही बह गई। संयोग से उसमें सवार लोग व चालक ने जैसे तैसे उतर कर जान बचाई। वाहन काफी दूर तक बहने के बाद पत्थरों के सहारे अटक गया। इधर सामाजिक कार्यकर्ता जगदीश डंगवाल ने बताया कि नाई ढौन रोड पर पुल निर्माण के लिए चार माह पूर्व खदान कराया गया था। इससे स्थिति बिगडऩे लगी है। मूसलधार से बिनसर नदी के विकराल रूप लेने से गांव का सार्वजनिक मार्ग भी बह गया है। उन्होंने प्रशासन व विभाग से पुल निर्माण में तेजी लाने तथा बाढ़ सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए जाने की मांग उठाई है। ताकि जनसुरक्षा के साथ ही आसपास की कृषि भूमि को कटान से बचाया जा सका।

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