लॉकडाउन में ठेके पर लगा ताला तो जंगल में पकने लगी कच्ची

लॉकडाउन में शराब की दुकानें अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी गई हैं। ऐसे में नशे की लत को पूरा करने के लिए जंगलों में भट्टियां धधकने के मामले भी बढ़ गए हैं। जंगलों में आए दिन पुलिस को कच्ची शराब बनाने की सूचना मिल रही है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 11:57 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 09:50 AM (IST)
लॉकडाउन में ठेके पर लगा ताला तो जंगल में पकने लगी कच्ची
पुलिस मौके पर पहुंचकर भट्टियां तोडऩे की कार्रवाई भी कर रही है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कोरोना महामारी के कफ्र्यू के दौरान सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की दुकानें शर्तो के साथ खोली जा रही हैं। जिसमें शराब की दुकान पर भी ताला लगा हुआ है। ऐसे में कच्ची शराब की तस्करी तेज हो गई है। इसी के साथ देशी-अंग्रेजी शराब भी अवैध तरीके से बेचने के मामले देखने को मिल रहे है।

शराब के शौकीनों के लिए कोरोना काल भारी पड़ रहा है। आवश्यक वस्तुओं की सूची में शामिल नहीं होने के कारण शराब की दुकानें अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी गई हैं। ऐसे में नशे की लत को पूरा करने के लिए जंगलों में भट्टियां धधकने के मामले भी बढ़ गए हैं।

विभिन्न जंगलों में आए दिन पुलिस को कच्ची शराब बनाने की सूचना मिल रही है। जिसमें पुलिस मौके पर पहुंचकर भट्टियां तोडऩे की कार्रवाई भी कर रही है। जबकि ऐसी भी कई जगहें हो सकती हैं, जहां पुलिस को सूचना नहीं मिल पा रही हो। फिलहाल ट्रांसपोर्ट नगर व गन्ना सेंटर पुलिस की ओर से आनंदपुर के पास जंगल में अवैध शराब की भट्टी संचालित मिली। जिसमें चौकी प्रभारी संजीत राठौर व एसके शर्मा ने करीब 2500 लीटर लहन मौके से नष्ट किया। इसके अतिरिक्त रामनगर, कालाढूंगी, मुखानी आदि क्षेत्रों की पुलिस ने भी हाल ही में शराब की अवैध भट्टियां नष्ट की हैं।

शराब की तस्करी भी तेज

अवैध तरीके से देशी व अंग्रेजी शराब की तस्करी संबंधित मामले भी बढ़ गए हैं। जिसमें पुलिस कार्रवाई करते हुए आए दिन तस्करों को गिरफ्तार किया जा रहा है। बीते 15 दिनों में करीब 10 तस्करी के मामले पकड़े जा चुके हैं।

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