भारी बारिश के कारण नैनीताल जिले की 37 पेयजल योजनाएं हो गईं नष्‍ट

मई से ही जिले में बारिश का क्रम जारी है। पहले प्री मानसून और अब मानसून की शुरुआत से ही बारिश ने आफत मचा रखी है। भारी बारिश से भूस्खलन से काफी नुकसान पहुँचा है। तमाम सड़कें बाधित होने के साथ ही कई पेयजल लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गयी हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 12:02 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 05:59 PM (IST)
भारी बारिश के कारण नैनीताल जिले की 37 पेयजल योजनाएं हो गईं नष्‍ट
भारी बारिश के कारण नैनीताल जिले की 37 पेयजल योजनाएं हो गईं नष्‍ट

नैनीताल, जागरण संवाददाता : मई माह से ही जिले में बारिश का क्रम जारी है। पहले प्री मानसून और अब मानसून की शुरुआत से ही बारिश ने आफत मचा रखी है। भारी बारिश से भूस्खलन से काफी नुकसान पहुँचा है। तमाम सड़कें बाधित होने के साथ ही कई पेयजल लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गयी हैं। इसी कारण बीते एक माह में नैनीताल, बेतालघाट, रामगढ़, भीमताल क्षेत्र की 37 पेयजल योजनाए दैवीय आपदा व अतिवृष्टि की भेंट चढ़ गई। जिसमें नैनीताल जल संस्थान द्वारा संचालित पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त होने से विभाग को लाखों का नुकसान पहुँचा है। वही लाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपुर्ति बाधित है। अब जल संस्थान इनको दुरुस्त करने के लिए डीपीआर बनाने और आपुर्ति बहाल करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने में जुट गया है।

मई की शुरुआत से ही प्री मानसून में जोरदार बारिश हुई। 12 मई को हुई बारिश से कैंची धाम समेत रामगढ़, मुक्तेश्वर क्षेत्र में भारी मात्रा में मलबा सड़को पर आ गया। साथ ही भूस्खलन से ग्रामीण क्षेत्र की कई पेयजल लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गयी। नैनीताल जल संस्थान के अंतर्गत संचालित 11 पेयजल योजनाओं को भारी नुकसान पहुँचा। लाइन क्षतिग्रस्त होने से तल्ला निगलाट, हरतपा, बेतालघाट, नाचक, चोर्सा, पाडली कैंचीधाम के लिए संचालित की जा रही पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गयी। जिससे भारी आबादी की पेयजल आपूर्ति भी बाधित हो गयी। नुकसान के बाद जल संस्थान इसका आकलन करने के साथ ही वैकल्पिक व्यवस्था जुटाने में लगा ही था कि मानसून शुरू हो गया।

बीते दिनों लगातार तीन दिनों तक मूसलाधार बारिश हुई। जिससे जिले में कई स्थानों पर भूस्खलन होने के साथ भारी नुकसान हुआ। जिले के 22 मार्ग मलबा आने से बंद हो गए तो कई पेयजल लाइन भी मलबे से क्षतिग्रस्त हो गयी। जल संस्थान नैनीताल के सहायक अभियंता दिलीप बिष्ट ने बताया कि 19 जून को नैनीताल, भीमताल, बेतालघाट, रामगढ़ और ओखलकांडा क्षेत्र में 26 पेयजल योजनाएं अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त हो गयी। जिसमें करीब 54.67 लाख के नुकसान का अनुमान है। क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति बाधित होने से हजारों लोगों के सामने पेयजल का संकट गहरा गया है।

जल संस्थान नैनीताल के सहायक अभियंता दिलीप सिंह ने बताया कि क्षतिग्रस्त लाइनों को दुरुस्त करने के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है। वैकल्पिक व्यवस्था के लिए स्टोर में पर्याप्त उपकरण और समान उपलब्ध है। लाइनों का सर्वे कर जल्द वैकल्पिक व्यवस्था जुटाकर आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।

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