डा. एसआर सक्सेना बने सुशीला तिवारी अस्‍पताल के चिकित्सा अधीक्षक

डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय के अधीक्षक पद की जिम्मेदारी डा. एसआर सक्सेना को दे दी गई है। इस पद के लिए घमासान मचा हुआ था। कई प्रोफेसरों के अलावा कैजुल्टी मेडिकल ऑफिसर सीएमओ भी कतार में थे।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 11:56 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 11:56 AM (IST)
डा. एसआर सक्सेना बने सुशीला तिवारी अस्‍पताल के चिकित्सा अधीक्षक
डा. एसआर सक्सेना बने सुशीला तिवारी अस्‍पताल के चिकित्सा अधीक्षक

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय के अधीक्षक पद की जिम्मेदारी डा. एसआर सक्सेना को दे दी गई है। इस पद के लिए घमासान मचा हुआ था। कई प्रोफेसरों के अलावा कैजुल्टी मेडिकल ऑफिसर सीएमओ भी कतार में थे।

राजकीय मेडिकल कॉलेज के अधीन संचालित एसटीएच में अभी तक चिकित्सा अधीक्षक की जिम्मेदारी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अरुण जोशी निभा रहे थे। चार वर्ष से अधिक समय तक उन्होंने यह पद संभाला। शासन ने उन्हें अब इसी कॉलेज में प्राचार्य बना दिया है।

इसके बाद से ही नए एमएस को लेकर खींचतान शुरू हो गई थी। तमाम संकाय सदस्यों से लेकर सीएमओ भी कतार में खड़े हो गए थे। इस पद को लेकर प्राचार्य प्रो. जोशी भी असमंजस में आ गए थे। अब उन्होंने मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डा. एसआर सक्सेना को चिकित्सा अधीक्षक पद की जिम्मेदारी दे दी है।

शासन को भेजा है एमएस के लिए पत्र

एमएस पद पर घमासान को देखते हुए प्राचार्य प्रो. जोशी ने शासन को पत्र भेजकर इस पद पर नियुक्ति का अनुरोध किया है।

मेरी प्राथमिकता मरीजों की सेवा

नवनियुक्त चिकित्सा अधीक्षक प्रो. एसआर सक्सेना ने जागरण से बातचीत में कहा कि उनकी प्राथमिकता में मरीज हैं। वह मरीजों की सेवा करते रहेंगे। इसके साथ ही वह चिकित्सा अधीक्षक की भी जिम्मेदारी निभाएंगे।

थम सकते हैं विरोध के सुर

मेडिसिन विभाग में वरिष्ठ प्रोफेसर को चिकित्सा अधीक्षक की जिम्मेदारी मिलने पर इस पद पर चली रही खींचतान भी थम सकती है। ऐसा इसलिए कि डा. सक्सेना निर्विवाद रहे हैं।

शासन ने सीधी नियुक्ति से भी बनाए हैं एमएस

प्रो. जोशी से पहले दो चिकित्सा अधीक्षक ऐसे रहे, जिन्हें सीधे शासन ने एक वर्ष के लिए नियुक्त किया था। इसमें डा. एके तिवारी व डा. एएस पांडे का नाम शामिल है।

chat bot
आपका साथी