मेडिकल कॉलेज हल्‍द्वानी में सर्जरी विभाग के स्थायी प्रोफेसर बने डा. राजीव, अब एचओडी बनना भी तय

राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के जनरल सर्जरी विभाग को स्थायी प्रोफेसर मिल गया है। राज्यपाल की स्वीकृति के बाद चिकित्सा शिक्षा सचिव डा. पंकज कुमार पांडेय ने डा. राजीव कुमार सिंह को प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति का आदेश जारी किया है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 07:48 AM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 07:48 AM (IST)
मेडिकल कॉलेज हल्‍द्वानी में सर्जरी विभाग के स्थायी प्रोफेसर बने डा. राजीव, अब एचओडी बनना भी तय
मेडिकल कॉलेज हल्‍द्वानी में सर्जरी विभाग के स्थायी प्रोफेसर बने डा. राजीव, अब एचओडी बनना भी तय

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के जनरल सर्जरी विभाग को स्थायी प्रोफेसर मिल गया है। राज्यपाल की स्वीकृति के बाद चिकित्सा शिक्षा सचिव डा. पंकज कुमार पांडेय ने डा. राजीव कुमार सिंह को प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति का आदेश जारी किया है। डा. राजीव वर्तमान में संविदा प्रोफेसर के तौर पर राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में ही कार्यरत हैं।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा अनुभाग ने 20 जुलाई आदेश जारी किया है। आदेश में दो सप्ताह के भीतर कार्यभार ग्रहण करने को कहा गया है। मंगलवार देर शाम आदेश पहुंचा। बुधवार को अवकाश होने से डा. राजीव कुमार कार्यमुक्त नहीं हो पाए। माना जा रहा है कि गुरुवार को संविदा प्रोफेसर के पद से कार्यमुक्ति लेने के बाद अगले कुछ दिनों के भीतर स्थायी प्रोफेसर के तौर पर तैनाती ले सकते हैं।

प्राचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी डा. अरुण जोशी ने बताया कि डा. राजीव की प्रोफेसर पद पर स्थायी नियुक्ति का आदेश आ गया है। नियमानुसार स्थायी तौर पर कार्यरत प्रोफेसर ही एचओडी पद का अधिकारी होता है। एचआर विभाग के साथ मंथन कर इस पर फैसला लिया जाएगा।

एचओडी का विवाद खत्म होने के आसार

राजकीय मेडिकल कॉलेज में जनरल सर्जरी विभाग के एचओडी की कुर्सी को लेकर खींचतान होती रही है। बीते सितंबर में डा. केएस साही के अल्मोड़ा स्थानांतरण होने के बाद एसोसिएट प्रोफेसर डा. भुवन को एचओडी बनाया गया। बाद में संविदा प्रोफेसर बने डा. राजीव ने एचओडी बनाने को प्राचार्य से पत्राचार किया। 15 जून को तत्कालीन प्राचार्य डा. सीपी भैंसोड़ा ने डा. राजीव को एचओडी बनाने का आदेश जारी किया। हालांकि विवाद होने पर प्राचार्य ने अपने आदेश को वापस ले लिया। अब डा. राजीव के स्थायी प्रोफेसर बनने के बाद उनके एचओडी बनने का रास्ता साफ होता दिख रहा है।

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