ज्योलीकोट से घिंघारीखाल हाईवे करीब 109 किलोमीटर 550 करोड़ रुपये से संवरेगा
ज्योलीकोट से घिंघारीखाल तक हाईवे जल्द ही नए रूप में नजर आएगा। करीब 109 किलोमीटर हाईवे पर चौड़ीकरण नए पुल निर्माण व अन्य कार्यों के लिए करीब 550 करोड़ रुपये खर्च किए जाने की योजना बनाई गई है।
गरमपानी, संवाद सूत्र : ज्योलीकोट से घिंघारीखाल तक हाईवे जल्द ही नए रूप में नजर आएगा। करीब 109 किलोमीटर हाईवे पर चौड़ीकरण, नए पुल निर्माण व अन्य कार्यों के लिए करीब 550 करोड़ रुपये खर्च किए जाने की योजना बनाई गई है। जिला मुख्यालय नैनीताल में वन विभाग, एनएच तथा कंसलटेंसी एजेंसी लुईस वर्जर के प्रतिनिधियों की बैठक में इस पर विस्तार से चर्चा की गई है।
वर्ष 2017 में ही ज्योलीकोट से घिंघारीखाल तक चौड़ीकरण के लिए कवायद शुरू हो गई थी। कई चरणों के सर्वे, सड़क व भूतल मंत्रालय को रिपोर्ट भेजने समेत अन्य कार्यों में समय बीतता चला गया। वर्ष 2019 में वन विभाग ने चौड़ीकरण की जद में आने वाले पेड़ों की गिनती, भवनों व भूमि का सर्वे भी पूरा कर लिया। फिर कोरोना महामारी ने इस पर और ब्रेक लगा दिया। अब विभागीय अधिकारियों ने एक बार फिर हाईवे चौड़ीकरण के लिए तैयारियों को अमलीजामा पहनाने की तैयारी तेज कर दी है।
550 करोड रुपये की तैयार की गई डीपीआर
विभागीय अधिकारियों का दावा है कि एनएच चौड़ीकरण के लिए अब कार्यों में तेजी ला दी गई है। बकायदा 550 करोड रुपये की डीपीआर भी तैयार की गई है। केंद्र सरकार तथा सड़क व भूतल मंत्रालय से हरी झंडी मिलने के साथ ही चौड़ीकरण का कार्य भी शुरू किया जा सकेगा। वर्तमान में खैरना से काकडीघाट करीब 10 किलोमीटर में चौड़ीकरण का कार्य किया जा चुका है। वहीं काकडीघाट से क्वारब अब तक चौड़ीकरण का कार्य गतिमान है।
कोरोना से थम गई थी प्रक्रिया
सहायक अभियंता एनएच एमसी जोशी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते बीच में प्रक्रिया थम गई थी। अब एक बार फिर तैयारियां तेज हो गई हैं नैनीताल जिला मुख्यालय में हुई संयुक्त बैठक में तमाम बिंदुओं पर चर्चा हुई हैं। करीब 550 करोड़ रूपये की डीपीआर भी तैयार कर ली गई है।
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