कैंची धाम और जागेवर धाम के कपाट खुले, शर्तों के साथ श्रद्धालुओं को दिया जाएगा प्रवेश

विश्व प्रसिद्ध नीम करौली बाबा के कैंची धाम स्थित मंदिर के कपाट दो हफ्ते बाद मंगलवार से खोल दिए गए। पहले दिन बाबा के दर्शन के लिए भक्तों की वकतार लग गई। कोरोना महामारी के कारण छह जून को कैंची धाम के कपाट बंद कर दिए गए थे।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 08:11 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 08:11 AM (IST)
कैंची धाम और जागेवर धाम के कपाट खुले, शर्तों के साथ श्रद्धालुओं को दिया जाएगा प्रवेश
कैंची धाम और जागेवर धाम के कपाट खुले, शर्तों के साथ श्रद्धालुओं को दिया जाएगा प्रवेश

भवाली (नैनीताल) संवाद सूत्र : विश्व प्रसिद्ध नीम करौली बाबा के कैंची धाम स्थित मंदिर के कपाट दो हफ्ते बाद मंगलवार से खोल दिए गए। पहले दिन बाबा के दर्शन के लिए भक्तों की वकतार लग गई। कोरोना महामारी के कारण छह जून को कैंची धाम के कपाट बंद कर दिए गए थे। इसके बाद भक्तों को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया गया। इस कारण वे सड़क से ही बाबा कि दर्शन कर लौट रहे थे। कैंची धाम के प्रबंधक विनोद जोशी ने बताया कोरोना गाइडलाइन का पालन कर बाबा के दर्शन कर सकते हैं।

जागेश्वरधाम के कपाट खुले, कर सकेंगे दर्शन

जागेश्वरधाम को भी कुछ शर्तों के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। प्रात: सात से शाम छह बजे तक श्रद्धालु मात्र 10 मिनट के लिए दर्शन कर सकेंगे। इस दौरान कोई भी पुजारी श्रद्धालु के संपर्क में नहीं रहेगा। जलाभिषेक, टीका लगाना, घंटी बजाना ही नहीं प्रसाद लेने- देने पर पूर्व की भांति प्रतिबंध रहेगा। इधर प्रधान पुजारी ने पुरोहितों के हितों को देखते हुए शारीरिक दूरी व कोविड-19 के नियमों के तहत विशेष पूजा एवं अनुष्ठान की अनुमति की पुरजोर वकालत की है।

दो माह तक मंदिर में बंद रहा प्रवेश

वैश्विक महासंकट के मद्देनजर करीब दो माह से जागेश्वर मंदिर समूह में प्रवेश व पूजा बंद है। अब जागेश्वरधाम मंदिर प्रबंधन समिति अध्यक्ष एवं डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने मंदिर समूह को बाबा के दर्शन के लिए खोलने की अनुमति दे दी है। प्रबंधक भगवान भट्ट के मुताबिक मंदिर दर्शन को पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को मुख्य प्रवेश द्वार पर आधारकार्ड के साथ पंजीकरण कराना होगा। उन्हें सैनिटाइज किया जाएगा। किसी श्रद्धालु में सर्दी, जुकाम, बुखार आदि कोराना सरीखे लक्षण मिले तो उसे रोक दिया जाएगा। नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र को इसकी सूचना दी जाएगी।

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