बीडी पांडे अस्पताल के चिकित्सक रोजाना करीब 15 मरीजों को ऑनलाइन दे रहे उपचार
ई संजीवनी योजना रंग ला रही है। शहर के बीडी पांडे अस्पताल के चिकित्सक रोजाना करीब 15 लोगों को ऑनलाइन उपचार व परामर्श दे रहे है। योजना के तहत अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा अब तक करीब 250 से अधिक लोगों को उपचार व सलाह दी जा चुकी है।
नैनीताल, जागरण संवाददाता : सरकार की ओर से संचालित की जा रही ई संजीवनी योजना रंग ला रही है। शहर के बीडी पांडे अस्पताल के चिकित्सक रोजाना करीब 15 लोगों को ऑनलाइन उपचार व परामर्श दे रहे है। योजना के तहत अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा अब तक करीब 250 से अधिक लोगों को उपचार व सलाह दी जा चुकी है। बता दें की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने और दूरस्थ क्षेत्रों के मरीजों को उपचार और परामर्श दिए जाने के लिए सरकार की ओर से ई संजीवनी कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
करीब एक माह पूर्व बीडी पांडे अस्पताल प्रबंधन ने इसके सफल संचालन के लिए चिकित्सको की टीम का गठन किया था। जिसके तहत अस्पताल के करीब एक दर्जन चिकित्सकों को प्रशिक्षण देकर कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। कार्यक्रम के नोडल प्रभारी डॉ एमएस रावत ने बताया कि अस्पताल की चार चिकित्सकों द्वारा रोजाना ई संजीवनी के द्वारा मिल रही शिकायतों का निस्तारण किया जा रहा है। जिसके तहत दूर दराज के मरीजों को चिकित्सक ऑनलाइन ही उपचार और परामर्श दे रहे हैं। अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा रोजाना करीब 15 शिकायतों का निस्तारण किया जा रहा है। जिसमें जिले के साथ ही अन्य क्षेत्रों के मरीज भी लाभ पा रहे हैं। शुरुआत से अब तक करीब 250 मरीज इस योजना के तहत उपचार पा चुके हैं।
इन डॉक्टरों की गठित की है टीम ई संजीवनी कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए बीडी पांडे अस्पताल में करीब एक दर्जन चिकित्सकों की टीम गठित की गई। जिसमें वरिष्ठ फिजीशियन डॉ एमएस दुग्ताल, ईएनटी विशेषज्ञ डॉ मोनिका कांडपाल, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ संजीव खर्कवाल, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ मंजू रावत, नेत्र विशेषज्ञ डॉ दीपिका लोहनी, मनोचिकित्सक डॉ गिरीश पांडेय, त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ आरुषि गुप्ता, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नरेंद्र रावत, डॉ प्रियांशु श्रीवास्तव आदि टीम का हिस्सा है।
बीडी पांडे अस्पताल के पीएमएस डॉ केएस धामी ने बताया कि दूरदराज के कई मरीज उपचार के लिए अस्पताल नहीं पहुंच पाते। ऐसे मरीज ई संजीवनी ऐप डाउनलोड कर इसमें पंजीकरण कर अपनी बीमारी और संबंधित समस्या साझा कर सकते हैं। अस्पताल की टीम द्वारा निर्धारित समय पर मरीजों को फोन अथवा ऑनलाइन संपर्क कर परामर्श और उपचार दिया जा रहा है। प्रदेश में किसी भी क्षेत्र का निवासी इस ऐप के जरिए उपचार पा सकता है। ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों को योजना का भरपूर लाभ मिल रहा है।